ये है सीएम त्रिवेंद्र रावत की अटल आयुष्मान योजना का जलवा, 2.36 लाख लोगों को मिला लाभ, 41.70 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बने, सीएम ने बेहतर काम करने वाले अस्प्तालों का किया सम्मान
देहरादून।
सीएम त्रिवेंद्र की अटल आयुष्मान योजना का जलवा कायम है। इस योजना से अभी तक राज्य के 2.36 लाख लोगों को लाभ मिल चुका है। 41.70 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बन गए हैं। सीएम त्रिवेंद्र ने भी योजना में बेहतर काम करने वाले अस्प्तालों को सम्मानित किया।
राज्य में अटल आयुष्मान योजना के तहत पूर्व में राज्य के 5.37 लाख परिवार ही शामिल थे। उत्तराखण्ड अटल आयुष्मान योजना में 11 लाख परिवारों को भी शामिल किया गया है। एक जनवरी 2021 से राज्य के 2.50 लाख कार्मिकों एवं पेशंनर्स को भी इस योजना में शामिल किया गया है। इस योजना में अब तक 41.70 लाख कार्ड बनाये जा चुके हैं। 2.36 लाख लोगों को इसका लाभ दिया जा चुका है। इस पर 270 करोड़ रूपये खर्च हो चुके हैं।
अटल आयुष्मान योजना में बेहतर काम करने वालों को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने शुक्रवार को सम्मानित किया। सीएम आवास में हुए कार्यक्रम में इस योजना में जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले अस्पतालों उत्कृष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया।
सीएम ने सम्मानित होने वाले अस्पतालों की राज्य की जनता को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को उनके योगदान के लिए सराहना की। आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी अपनी सेवाओं का लाभ राज्य की जनता को उपलब्ध कराने में मददगार होंगे। राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में इंश्योरेंस के बजाय ट्रस्ट के माध्यम से योजना लागू की गई।
कहा कि उत्तराखंड अकेला राज्य है जहां 23 लाख परिवारों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कहा कि इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को आम जनता तक इसकी जानकारी होना जरूरी है। इसके लिये व्यापक जन जागरूकता की जरूरत बताई। अस्पतालों से भी सुझाव भी देने को कहा।
सम्मानित होने वाले अस्पताल
स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी जौलीग्रान्ट को स्वर्ण प्रमाण पत्र, कृष्ण मेडिकल सेन्टर देहरादून व चामुण्डा हॉस्पिटल एंड लेप्रोस्कोपिक सेन्टर काशीपुर को रजत प्रमाण पत्र तथा हंस फाउंडेशन जनरल हॉस्पिटल सतपुली को कांस्य प्रमाण पत्र मिला। एम्स ऋषिकेश के साथ ही राज्य के 13 विभिन्न जिला एवं सामुदायिक केन्द्रों एवं श्री मंहत इंद्रेश हॉस्पिटल सहित पांच अन्य निजी चिकित्सालयों को भी प्रशस्ति पत्र दिए।