बदरीनाथ धाम के विकास को पर्यटन और पॉवर ग्रिड में एमओयू, तीन साल में पूरा किया जाएगा बदरीनाथ धाम प्रोजेक्ट
देहरादून।
बद्रीनाथ को ‘‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन’’ के रूप में विकसित करने को श्री केदारनाथ उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट और पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच हुआ 19.3 करोड़ का समझौता हुआ।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर व पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी के श्रीकांत ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। अभी तक सीएसआर के तहत सरकारी व निजी कंपनियों ने करीब 200 करोड़ रुपये इस योजना के लिए दिए हैं। इस एमओयू के तहत मिले बजट को बद्रीनाथ धाम के विकास परियोजनाओं में इस्तेमाल किया जाएगा। इन परियोजनाओं में 2.5 किमी लंबी 10.5 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण शामिल है। इसके अलावा परियोजना में सार्वजनिक और देवस्थानम बोर्ड भवन का निर्माण, बैटरी संचालित सार्वजनिक परिवहन, संपत्ति साइनेज की स्थापना, रास्ते पर चलने वाले संकेत, पेयजल आपूर्ति शामिल है।
कहा कि मास्टर प्लान में किए जाने वाले कार्यों में पर्यावरणीय संतुलन तथा स्थानीय हित धारकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को अच्छी आमदनी वाले रोजगार प्राप्त हो सकेंगे। प्रोजेक्ट को तीन साल में पूरा किया जाएगा। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 2025 में लगभग 15.6 लाख श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने को आ सकेंगे। एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान उत्तराखंड सरकार की ओर से अपर स्थानिक आयुक्त इला गिरी, जन संपर्क अधिकारी कमल किशोर जोशी, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन से निदेशक कार्मिक वीके सिंह, कार्यकारी निदेशक संजय गर्ग, महाप्रबंधक होलानी उपस्थित रहे।