आर्थिक आधार पर मिले वन टाइम आरक्षण का लाभ, नहीं तो चुनावों में दबेगा नोटा, अखिल भारतीय समानता मंच उत्तराखंड की ऑनलाइन बैठक में हुआ निर्णय, एससी एसटी एक्ट में बिना दोषसिद्धि के जेल का प्रावधान हो समाप्त, पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने को बने एक्ट
देहरादून।
अखिल भारतीय समानता मंच की बैठक में साफ किया गया कि यदि इस बार मांगे न मानी गई, तो चुनावों में नोटा का बटन दबाया जाएगा। समानता मंच एससी एसटी एक्ट में बिना दोषसिद्धि के जेल के प्रावधान को समाप्त करने, पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने को एक्ट बनाने, प्रदेश में सवर्ण आयोग गठित कर केवल आर्थिक आधार पर असल गरीब सामान्यों, दलितों व पिछड़ों के लिए वन टाइम आरक्षण की व्यवस्था न करने की मांग कर रहा है।
बैठक में एससी एसटी एक्ट के दुरूपयोग को रोकने, संवैधानिक अधिकार प्राप्त शक्तिसंपन्न सवर्ण आयोग बनाये जाने, आरक्षण को केवल आर्थिक आधार पर तय करके असल जरुरतमंद जनरल, ओबीसी, एससी एसटी को एक बार नियुक्ति में ही उसका लाभ देने, हर जाति वर्ग के असल जरुरतमंद गरीब को बिना किसी भेदभाव के शिक्षा व कौशल प्राप्ति के लिए संरक्षण देने की बात पुरजोर तरीके से उठी।
उत्तराखंड में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त किए जाने हेतु एक्ट बनाने एवं जिन विभागों, निगमों, संस्थानों में पदोन्नति लंबित हैं वहां शीघ्र ही बिना आरक्षण के पदोन्नति कराने की मांग की गई । आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों में नोटा का बटन दबाएंगे या उस उम्मीदवार का नैतिक समर्थन करेंगे जो कि मंच की मांग का समर्थन करते हैं। विशेष आमंत्रित सदस्यों में राष्ट्रीय महासचिव वीपी नौटियाल ने कहा कि उत्तराखंड स्तर पर भी सवर्ण आयोग गठित करने के प्रयास किए जायेंगें । केन्द्रीय सचिव एलपी रतूड़ी ने कहा अखिल भारतीय समानता मंच से उसकी नीतियों से सहमत छात्रों, जनता, अधिवक्ताओं, पूर्वसैनिकों, सभी कार्मिकों शिक्षकों, सेवानिवृत्त जनों, गरीब असल जरुरतमंद दलितों पिछड़ों वंचितों और सामान्य को जोड़ना होगा ।
ऑनलाइन बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष श्याम लाल शर्मा, महासचिव जेपी कुकरेती, प्रांतीय मीडिया प्रभारी वीके धस्माना, जनपद पौड़ी गढ़वाल से विक्रम सिंह राणा, चमोली से ललित मोहन बिष्ट, रूद्रप्रयाग से मगनानन्द भट्ट, उत्तरकाशी एन एस राणा, पी सी तिवारी, अल्मोड़ा से धीरेन्द्र कुमार पाठक, मनोज लोहनी, कोटद्वार से सरदार नरेश सिंह, बागेश्वर से केसी मिश्रा, देहरादून से सत्यपाल देवरा, राजेंद्र सिंह चौहान , डॉ विवेकानंद सती, डीएस सरियाल, ऊधम सिंह नगर से आदित्य गहलौत, अतुल चौहान, पिथौरागढ़ से कैलाश पुनेठा, हरिद्वार से जटाशंकर आदि ने प्रतिभाग किया।
गोल्डन कार्ड का किया विरोध
बैठक में गोल्डन कार्ड योजना एसजीएचएस के अन्तर्गत नि:शुल्क रोगी पंजीकरण, ओपीडी चिकित्सा, सभी तरह की जांचों, दवाइयों, उपकरणों समेत पंजीकृत अस्पतालों में संचालित हर तरह की चिकित्सा सुविधा का लाभ सेवारत व्यक्तियों व पेंशनरों को दिया जाए। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित होने तक पूर्व की भांति चिकित्सा प्रतिपूर्ति की व्यवस्था बहाल करने अथवा अव्यवस्था व असुविधा भरी गोल्डन कार्ड योजना बंद की जाए।