पुरानी पेंशन बहाली को ट्विटर पर चला अभियान, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों ने किए ट्विट, विधायक, सांसदों को पुरानी पेंशन का लाभ देने पर कर्मचारियों ने उठाए सवाल
देहरादून।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में ट्विटर पर अभियान चलाया। केंद्र सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। साथ ही कर्मचारियों को छोड़ विधायक, सांसदों को पुरानी पेंशन का लाभ देने पर सवाल उठाए।
तय कार्यक्रम के तहत सोमवार को मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों के लगातार किए गए ट्विट से पुरानी पेंशन का ट्विट दिनभर टॉप ट्रेंड करता रहा। इसी के साथ फेसबुक, व्हाट्सअप समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी अभियान चलाया गया। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा के राष्ट्रीय प्रेस सचिव राष्ट्रीय प्रचार सचिव पुष्कर राज बहुगुणा ने कहा कि एक दिन के लिए भी सांसद या विधायक बनने पर पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है। दूसरी ओर कर्मचारियों को 40 साल की सेवा के बाद भी नई पेंशन व्यवस्था से जोड़ा गया है। कहा की नई पेंशन व्यवस्था बिल्कुल भी कर्मचारियों के हित में नहीं है। पचास लाख रुपए एनपीएस खाते में जमा होने की दशा में भी कर्मचारी 20000 पेंशन पा रहा है। इस पेंशन में किसी तरह का कोई इंक्रीमेंट भी कर्मचारी को नहीं मिलेगा। अंतिम पेंशन के रूप में एक लाख लेने वाले कर्मचारी को एक हजार से 1500 रुपये तक पेंशन दी जा रही है। प्रांतीय अध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा और महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकार है। इस अधिकार को पूरी ताकत के साथ वापस लिया जाएगा l
अभियान में विक्रम सिंह रावत, डीसी पसबोला, बबीता रानी, रणवीर सिंह सिंधवाल, कमलेश कुमार मिश्र, अवधेश सेमवाल, जयदीप सिंह रावत, नरेश कुमार भट्ट, विकास थपलियाल, योगेश घिल्डियाल, खुशाल सिंह रावत, कैलाश, मदन मोहन जोशी, राजीव उनियाल, संदीप मैठानी, शंकर भट्ट, अवधेश सेमवाल, पूरण, सतीश कुमार सिंह, रश्मि गौड़, मुरली मनोहर भट्ट, कुंवर सिंह बिष्ट, माखनलाल शाह, सौरभ नौटियाल, प्रदीप सजवाण आदि मौजूद रहे।