गैरसैंण में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की दिशा में बड़े त्रिवेंद्र सरकार के कदम, स्थानीय लोगों से लिए जा रहे हैं उनके सुझाव
देहरादून।
पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एसएस नेगी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर गैरसैंण में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के सम्बन्ध में विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के विकास एवं योजनाओं के विषयगत प्रशिक्षण आदि की रूप रेखा निर्धारित करने हेतु गठित समिति के सदस्यों ने जनपद चमोली के विकासखण्ड गैरसैंण, कर्णप्रयाग, थराली, देवाल आदि के लोगो से सम्पर्क कर उनके सुझाव व विचार जाने।
उन्होंने बताया कि गैरसैंण में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिये स्थानीय लोगो में काफी उत्साह देखा गया। क्षेत्र के लोगो का कहना है कि कृषि, बागवानी, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, भेड-बकरी पालन के साथ ही स्थानीय उत्पादों की बेहतर प्रोसेसिंग आदि की आधुनिक तकनीकि दक्षता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त होने से लोगो को इन व्यवसायों से जुड़ने में मदद मिलेगी तथा अधिक से अधिक लोग इन क्षेत्रों में स्वरोजगार के लिये आगे आयेंगे।
गैरसैंण में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं एवं जल्द क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र के निर्देश पर ग्राम्य विकास पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस.एस.नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकि सलाहकार डॉ. नरेन्द्र सिंह एवं निदेशक कौशल विकास डॉ. आर राजेश कुमार की समिति गठित कर इससे सम्बन्धित रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये थे।