त्रिवेंद्र सरकार का सहकारिता से रोजगार, स्वरोजगार बढ़ाने पर फोकस, कृषक उत्पादक संगठन(एफपीओ) के गठन से मिलेगा रोजगार, मोटर साईकिल टैक्सी योजना से बढ़ेंगे स्वरोजगार के मौके
देहरादून।
सहकारिता के एनसीडीसी प्रोजेक्ट के जरिए रोजगार और स्वरोजगार पर सरकार का फोकस है। इसके लिए कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के गठन के साथ मोटर साईकिल टैक्सी योजना को आगे बढ़ा कर युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है।
सरकार दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना में अल्पकालीन फसली ऋण को एक लाख, मध्य कालीन ऋण को तीन लाख और स्वयं सहायता समूह को पांच लाख का ब्याजरहित ऋण दे रही है। ताकि गांव, शहरों में लोग स्वरोजगार से जुड़ सके। अभी तक व्यक्ति योजना के तहत 4.86 लाख और स्वयं सहायता समूह में 1330 लाभार्थियों को दो हजार 62 करोड़ का ऋण बांटा गया है। एनसीडीसी प्रोजेक्ट के तहत चंपावत, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, देहरादून, हरिद्वार में सहकारी सामूहिक खेती के माध्यम से क्लस्टरवार व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। सभी सहकारी समितियों को कम्प्यूटराइज कर कॉपरेटिव सिस्टम को पारदर्शी बनाया जा रहा है।
प्रदेश के उद्यमियों, युवाओं, प्रवासियों को स्वरोजगार को सीएम स्वरोजगार योजना के तहत जिला सहकारी बैंक आठ प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दे रहे हैं। 102 बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समिति के रूप में बहु उद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समिति को बहु सेवा केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। दस अतिरिक्त ग्रोथ सेंटरों को विकसित किया जा रहा है। सीएम घस्यारी कल्याण योजना से गांव की महिलाओं के सिरे से घास का बोझ हल्का किया जा रहा है। उनके आर्थिकी के साधन बढ़ाए जा रहे हैं।