कर्नल अजय कोठियाल बोले, युवा, महिलाओं के दम पर संवारेंगे उत्तराखंड, फ्री बिजली, पानी का मॉडल क्यों सफल नहीं हो सकता, आज दिल्ली उत्तराखंड आने को तैयार, तो हम क्यों नहीं तैयार, गढ़वाली, कुमाऊं, गोरखा सब को साधा 

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कर्नल अजय कोठियाल बोले, युवा, महिलाओं के दम पर संवारेंगे उत्तराखंड, फ्री बिजली, पानी का मॉडल क्यों सफल नहीं हो सकता, आज दिल्ली उत्तराखंड आने को तैयार, तो हम क्यों नहीं तैयार, गढ़वाली, कुमाऊं, गोरखा सब को साधा

देहरादून।

आप की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि युवाओं और महिलाओं के दम पर वे उत्तराखंड को संवारेंगे। हमेशा से उत्तराखंड के लिए दिल्ली सबसे बड़ा शहर रहा है। स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी हम दिल्ली पर निर्भर रहते हैं। आज जब दिल्ली खुद उत्तराखंड चल कर आने को तैयार है, तो हम क्यों इसके लिए तैयार नहीं हो सकते। क्यों यहां फ्री बिजली, पानी का मॉडल सफल नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश हैं। वहां के सीएम के सामने तमाम पाबंदियां हैं। इसके बाद भी वो उन्होंने नतीजे दिए। वो काम उत्तराखंड में क्यों नहीं हो सकते। 20 साल पहले देहरादून, मसूरी, नैनीताल शिक्षा के लिए जाने जाते थे। आज शिक्षा के लिए हमारे ही बच्चे बाहर जा रहे हैं। इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। वे इस राज्य को आगे बढ़ाने को लेकर हर संभव प्रयास करेंगे। कहा कि युवा उनकी हमेशा से हिम्मत रहे हैं। सेना से लेकर केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में युवाओं ने ही उनकी हिम्मत बढ़ाई है। इस राज्य को आगे भी वो इन्हीं के जरिए बढ़ाएंगे।
कर्नल कोठियाल ने पूरे कार्यक्रम के दौरान गढ़वाल, कुमाऊं के साथ गोरखा समुदाय को साधने का काम किया। अपने पूरे भाषण में इन तीनों वर्गों का ही जिक्र किया। भले ही वो सेना के अनुभव रहे हों, या फिर केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए जो भेंट भेजी, वो भी इन तीनों वर्गों से जुड़ी रही। फर्स्ट विक्टोरिया क्रास गबर सिंह नेगी की प्रतिमा, कुमाऊं रेजीमेंट का प्रतीक चिन्ह के साथ गोरखा रेजीमेंट से जुड़ी खुखरी भेंट की।

कोठियाल के लिए खास है 19 अप्रैल
कर्नल कोठियाल ने बताया कि उनके लिए 19 अप्रैल का दिन खास है। इसी दिन उन्होंने इंडियन मिलिट्री एकेडमी में कैडेड बने थे। कैडेट बनने का जज्बा उनके भीतर परमवीर चक्र सीरियल देखकर आया। वे डीएवी में कालेज के दिनों में फेल भी हुए, लेकिन इसी जज्बे ने उन्हें कैडेट बनाया। सेना में उनका पहला ऑपरेशन फेल हुआ, लेकिन युवाओं के दम पर वे वहां भी सफल हुए। 2013 में एनआईएम में आए। यहां भी युवाओं के दम पर आगे बढ़े। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का पूरा श्रेय युवाओं को है।

चार साल में सीएम बदला, नया सीएम पुराने के फैसले बदल रहा
अरविंद केजरीवाल ने सीएम बदलने को लेकर भाजपा पर तंज कसा। कहा कि भाजपा ने चार साल बाद अपना सीएम बदला लिया। तर्क दिया कि हमारा सीएम काम नहीं कर रहा है। अब जो नये सीएम बनाए हैं, वो बैठ कर एक सिरे से सिर्फ पुराने सीएम के फैसले ही बदलने में लगे हुए हैं।

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