कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले, कोरोना से प्रभावित लोगों को राहत दे सरकार, कांग्रेस अध्यक्ष ने सीएम को सौंपा ज्ञापन, मजदूर, पर्यटन, कोरोना से बेरोजगार हुए लोगों आर्थिक राहत देने की मांग
देहरादून।
कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन सौंप कोरोना से प्रभावित लोगों को राहत देने की मांग की। गरीब मजदूर वर्ग के साथ ही पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों और कोरोना से बेरोजगार हुए लोगों को भी आर्थिक मदद देने पर जोर दिया।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सीएम को कोरोना समेत दैवीय आपदा, ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान पर भी राहत देने को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना से गरीब मजदूर और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग प्रभावित हुए हैं। रिवर रॉफ्टिंग, होटल व्यवसाय, गेस्ट हाउस, जीप, मैक्स वाहन चालकों के रोजगार के माध्यम बंद पड़े हैं। इन लोगों को बैंकों की ऋण अदायगी में एक वर्ष की छूट देने के साथ ब्याज माफ किए जाएं। वाहनों के टैक्स, बीमा, प्रदूषण में छह महीने की रियायत के साथ ही बैंक से लिए गए ऋण पर ब्याज, ईएमआई में छूट दी जाए।
लोगों के बिजली, पानी के बिल, भवन कर पूरी तरह माफ किया जाए। सरकारी राशन में मिलने वाले खाद्यान्न की मात्रा को तीन गुना बढ़ाया जाए। जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी पर्याप्त राशन दिया जाए। राज्य के गन्ना किसानों के बकाया का पूर्ण भुगतान किया जाए। किसानों का ऋण माफ किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विधायक राजकुमार, लालचंद शर्मा, संजय किशोर मौजूद रहे।
वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या बढ़ाई जाए
पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि सरकार 18 साल से 45 साल उम्र वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या बढ़ाए। ताकि वैक्सीनेशन में तेजी आ सके। ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
दैवीय आपदा के नियमों में हों बदलाव
कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि दैवीय आपदा के नियमों में बदलाव किए जाएं। ताकि लोगों को उचित मुआवजा मिल सके। कहा कि लगातार आंधी तूफान, भारी बरसात, ओलावृष्टि से लोगों की संपत्तियों, फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। बादल फटने की घटना से मलबा लोगों के घरों में घुस गया है। ऐसे में इन लोगों को समय पर मुआवजा दिया जाए। समय पर उचित मुआवजा नहीं मिला, तो मौसम की यह दोहरी मार लोगों को आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर कर देगी। चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी के आपदा पीड़ितों को दस दस लाख रुपये तात्कालिक आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाए।