डीएम देहरादून के आदेश पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, जब राजनीतिक भीड़ पर रोक नहीं, तो क्रिसमस, न्यू ईयर पार्टी पर रोक क्यों, पर्यटन कारोबार को ठप करने वाला कदम बताया
देहरादून।
डीएम देहरादून के क्रिसमस और न्यू ईयर पार्टी पर रोक लगाने के आदेश पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। साफ किया कि जब राजनीतिक भीड़ पर रोक नहीं, तो क्रिसमस, न्यू ईयर पार्टी पर रोक क्यों लगाई जा रही है। इसे पर्यटन कारोबार को ठप करने वाला कदम बताया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य गरिमा मेहरा दसौनी ने सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। जिलाधिकारी देहरादून के क्रिसमस और न्यू ईयर पार्टी के आयोजनों पर रोक लगाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से डीएम ने अचानक रोक लगाने का फैसला लिया है, उससे होटल कारोबारियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इस फैसले के बाद उन्हें बुकिंग कैंसिल करनी होंगी। होटल व्यवसायी पहले ही लॉकडाउन की मार से उबर नहीं पाए थे। अब इस एक और झटके ने उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के नियम सिर्फ कारोबारियों और आम आदमी के लिए ही क्यों बनाए जा रहे हैं। दूसरी ओर सत्ताधारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष न सिर्फ उत्तराखंड का दौरा कर रहे हैं, बल्कि अन्य प्रदेशों में भी रैलियों कर रहे हैं। इनमें सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस पर स्थानीय प्रशासन और सरकारी मशीनरी मूक दर्शक बनी है। अब कोरोना के नाम पर एक झटके में होटलों में आयोजन पर पाबंदी का फरमान जारी कर पर्यटन कारोबार को नुकसान पहुंचाया गया है। कहा कि एक प्रदेश में दो कानून चलाए जा रहे हैं। सत्ताधारी दल को भीड़ जुटाने की छूट है। लेकिन नियमों के तहत होटल कारोबारी आयोजन नहीं कर सकते।