कर्मकार बोर्ड में कामकाज को लेकर विवाद, अभी तक ऑफिस को लेकर चल रही है खींचतान, दो दो ऑफिसों में बंद फाइल, एक ऑफिस में बंद फाइल को खुलवाने को लेकर विडियोग्राफी की तैयारी
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में अध्यक्ष पद पर शमशेर सिंह सत्याल को लेकर स्थिति साफ हो गई है, लेकिन फाइलों और ऑफिस को लेकर विवाद बना हुआ है। दो दो जगह ऑफिस चल रहा है। एक ऑफिस बंद है। उसे खुलवाने को लेकर विडियोग्राफी की जानी थी। इस पर निर्णय नहीं हो पाया है।
संयुक्त सचिव श्रम वीरेंद्रपाल सिंह ने बोर्ड सचिव को पत्र भेज कर स्थिति साफ कर दी है कि बोर्ड अध्यक्ष के पद पर शमशेर सिंह सत्याल ही बने रहेंगे। उन पर मुख्य सचिव का पूर्व में हुआ आदेश लागू नहीं होगा। अब बोर्ड में विवाद कार्यालय को लेकर पैदा हो गया है। बोर्ड का एक कार्यालय सर्वे चौक स्थित तीलू रौतेली भवन में है। दूसरा कार्यालय नेहरू कालोनी में है। नेहरू कालोनी ऑफिस में जहां बोर्ड की अहम फाइलें रखी हैं, वहां दो दो ताले लगे हैं। एक ताला मकान मालिक का है, तो दूसरा ताला बोर्ड का है। इसे खुलवाने को विडियोग्राफी होनी थी, जो कि नहीं हो पाई। ऐसे में बोर्ड के कामकाज पर असर पड़ रहा है। ऑफिस सर्वे चौक है, तो फाइलें नेहरू कालोनी में बंद हैं।
जांच भी अधर में लटकी
बोर्ड से 20 करोड़ जारी होनी की जांच भी अधर में लटकी हुई है। आईएएस वी षणमुगम की जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय को भेज दी गई थी। यहां से जांच रिपोर्ट सीएम कार्यालय भेजी जानी थी। इस बीच सरकार बदल गई। इससे पूरा प्रकरण ही ठप हो गया है।
साइकिल रिपोर्ट की भी जांच नहीं आई
देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, यूएसनगर के डीएम को साइकिल प्रकरण की जांच सौंपी गई थी। चारों डीएम ने अभी तक जांच पूरी नहीं की है। डीएम देहरादून ने जो जांच पहले पूरी की थी, वो अधूरी थी। इस पर उन्हें नये सिरे से जांच को कहा गया।
ऑडिट के सवालों के नहीं दिए जवाब
बोर्ड के कार्यों का ऑडिट हुआ। ऑडिट के बाद बोर्ड के लिए सवालों की एक फेहरिस्त तैयार की गई। अभी इन सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं। इस कारण जांच अधूरी है।
बोर्ड के ऑफिस को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट की जानी है। सर्वे चौक ऑफिस में कोविड सेंटर भी है। नेहरू कालोनी ऑफिस में ताले लगे हैं। जल्द स्थिति साफ कर कामकाज शुरू हो जाएगा।
मधु नेगी चौहान, सचिव उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड