कोरोना मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को मिले 50 लाख सहायता, कर्मचारी संगठनों ने यूपी की तर्ज पर व्यवस्था करने की मांग की
देहरादून।
कर्मचारी संगठनों ने कोरोना मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख रुपये की सहायता दिए जाने की मांग की। इसके लिए यूपी की तर्ज पर व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया। पूरी प्रक्रिया को भी सरल बनाने की मांग की।
राज्य में अभी कोरोना संक्रमित फ्रंट लाइन वर्कर के निधन पर दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि आश्रितों को दी जा रही है। यूपी में 50 लाख रुपये व्यवस्था की गई है। ऊर्जा ऑफिसर्स सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन के केंद्रीय अध्यक्ष डीसी गुरुरानी ने कहा कि बिजली कर्मचारी जान जोखिम में डाल रात दिन काम कर रहे हैं। लाइनमेन, मीटर रीडर, टीजी टू कर्मचारी रात दिन फील्ड में हैं। ऐसे में उन्हें संक्रमण का सबसे अधिक खतरा है। पिछले दिनों ऊर्जा के तीनों निगमों में बड़ी संख्या में कर्मचारियों का कोरोना संक्रमण के कारण निधन भी हो गया। ऐसे में मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख की सहायता दी जानी चाहिए।
पॉवर इंजीनियर एसोसिएशन ने तो इस मसले को सीएम के समक्ष भी उठाया। यूपी के कई उदाहरण भी दिए। महासचिव अमित रंजन ने कहा कि तीनों निगमों में 30 से अधिक कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। बिजली कर्मी सबसे मुश्किल परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। राज्य की पॉवर सप्लाई सिस्टम को संभाले हुए हैं। ताकि कोरोना से लड़ने की रफ्तार धीमी न पड़े। इस समय अस्पतालों के 24 घंटे संचालन में बिजली व्यवस्था की सबसे अहम भूमिका है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यकारी महामंत्री अरुण पांडे ने कहा कि कृषि, उद्यान समेत कई दूसरे विभागों के कर्मचारी भी लगातार फील्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में संक्रमण के खतरे को देखते हुए अनुग्रह राशि 50 लाख की जानी चाहिए।