भ्रष्टों पर ऊर्जा निगम में कसी जाएगी नकेल, फाइलों में डंप नहीं होंगी शिकायतें
देहरादून।
ऊर्जा निगम के भ्रष्ट, बिजली चोर अफसर, कर्मचारियों की शिकायतें अब फाइलों में डंप नहीं होंगी। उनकी तत्काल जांच होगी। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर सीधे कार्रवाई होगी। भ्रष्टाचार, अफसर, कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई न होने पर कई प्रकरण हाईकोर्ट तक पहुंचे। रवि शंकर जोशी बनाम यूपीसीएल प्रकरण भी हाईकोर्ट तक पहुंचा। इस पर एमडी नीरज खैरवाल ने यूपीसीएल अफसरों, भ्रष्टाचार समेत तमाम दूसरी शिकायतों को लेकर होने वाली कार्रवाई का ब्यौरा तलब किया। समीक्षा के दौरान पाया गया कि शिकायतों को कोई तवज्जो ही नहीं दी जाती। सालों तक मामलों को दबा कर रखा जाता है। कभी किसी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती।
इस पर एमडी नीरज खैरवाल ने नई व्यवस्था बना दी है। जारी गाइड लाइन में एमडी ने साफ किया कि अफसरों की कार्यप्रणाली, बिजली चोरी, बिजली समस्या, भ्रष्टाचार के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे गंभीर अनियमितता, भ्रष्टाचार से जुड़े लोगों को प्रोत्साहन मिलता है। बार बार हाईकोर्ट तक प्रकरण पहुंच रहे हैं। ऐसे में शिकायत आने पर उसकी प्रारंभिक जांच कराई जाए। गड़बड़ी पाए जाने पर विस्तृत जांच के साथ ही आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
शिकायतकर्ताओं पर भी कसी गई नकेल
एमडी ने साफ किया कि कार्य विशेष, नीतिगत मामलों में शपथ पत्र पर शिकायत ली जाए। यदि जांच में शिकायत झूठी पाए जाए, तो निगम का समय खराब करने के मामले में शिकायतकर्ता के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाए।
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