जीटी रिपोर्टर। देहरादून
यूपीसीएल में एमडी पद पर आईएएस अफसर की तैनाती से पूरे निगम में हड़कंप मचा हुआ है। खासतौर पर भ्रष्टाचार, घपले, घोटालों में फंसे इंजीनियरों और अफसरों की हवाइयां उड़ी हुई हैं।
राज्य गठन के बाद ऊर्जा निगम में पहली बार एमडी पद पर किसी आईएएस अफसर की तैनाती हुई है। शासन स्तर से तेजतर्रार और सख्त मिजाज अफसर नीरज खैरवाल के तैनाती आदेश से ही पूरे ऊर्जा निगम में खलबली मची हुई है। मुख्यालय से लेकर डिवीजन स्तर पर हलचल मची रही। ऊर्जा निगम में अफसरों के बीच गुटबाजी, अनियमितताओं, बढ़ते वित्तीय घाटे, एक दूसरे की लगातार शासन स्तर पर बढ़ती शिकायतों से आजिज आकर शासन ने आईएएएस अफसर को तैनात कर दिया है। इससे पहले पिटकुल में जरूर आईएएस अफसर रणवीर चौहान और बाद में आलोक शेखर तिवारी को तैनात किया गया था। यूपीसीएल में ये पहला प्रयोग है। राज्य में भले ही ये पहली बार हो रहा हो, लेकिन पड़ोसी राज्य यूपी में अधिकतर बड़े ऊर्जा निगमों में आईएएस अफसर ही एमडी पद का जिम्मा संभालते आए हैं।
एमडी पिटकुल पर जल्द फैसला
यूपीसीएल के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार एमडी पिटकुल को लेकर भी जल्द स्थिति साफ करे। अभी एमडी पिटकुल के पद पर निदेशक ऑपरेशन यूपीसीएल अतुल अग्रवाल प्रभारी व्यवस्था के तहत जिम्मा संभाले हुए हैं। जनवरी में शासन स्तर से उन्हें सेवा विस्तार देते हुए आदेश किया गया कि नई नियुक्ति होने तक वे निदेशक पद का जिम्मा संभाले रहेंगे, लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया में किसी का भी चयन नहीं हो पाया। इस बीच उनका निदेशक पद पर पांच साल का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो गया है। चयन नियमावली के अनुसार किसी को भी पांच साल से अधिक सेवा विस्तार नहीं मिलता। ऐसे में शासन स्तर से फैसला होना है।
आईएएस के सपोर्ट में खड़ी हुई एसोसिएशन
देहरादून। उत्तराखंड ऊर्जा ऑफिसर्स सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष डीसी गुरुरानी ने ऊर्जा निगम में एमडी पद पर आईएएस की तैनाती का स्वागत किया। सरकार के इस फैसले को उन्होंने ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि युवा आईएएस अफसर की तैनाती से ऊर्जा निगम के भ्रष्ट सिस्टम में एक नई पारदर्शिता आएगी। ईमानदार अफसरों को प्रोत्साहन मिलेगा। भ्रष्ट इंजीनियरों, अफसरों पर नकेल कसी जा सकेगी। कहा कि जिस तरह पिछले कुछ सालों में एक के बाद एक करोड़ों के भ्रष्टाचार हुए, टेंडरों में घपले किए गए, उन पर अब रोक लग सकेगी। कहा कि ऊर्जा निगम का मौजूदा सिस्टम इस कदर पटरी से उतर चुका है कि यहां एक ईमानदार आईएएस अफसर की तैनाती बहुत जरूरी हो गई थी। उन्होंने भ्रष्टाचारियों की जांच की मांग की। कहा कि युवा आईएएस अफसर के आने से निगम में एक नई ऊर्जा आएगी। शासन स्तर पर लंबित प्रकरण ज्यादा तेजी के साथ सुलझ सकेंगे।