देहरादून।
सीएम पुष्कर धामी सरकार में नकल माफियाओं ने एकबार फिर मुंह की खाई। पटवारी भर्ती में पेपर लीक का मामला सामने आते ही सरकार ने चार दिन के भीतर ही नकल माफिया की कमर तोड़ते हुए उन्हें जमींदोज करने का काम किया। इस तरह सीएम धामी एकबार फिर युवाओं का भरोसा कायम रखने में सफल रहे। न सिर्फ चार दिन के भीतर युवाओं के सपनों की हत्या करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि एक महीने के भीतर ही दोबारा परीक्षा की तारीख भी तय एक बड़ी मिसाल कायम की।
सीएम धामी ने अपनी सरकार में नकल माफिया की खेल करने की साजिश को सफल नहीं होने दिया।
नकल में शामिल सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया।
अभी तक पूर्व की सरकारों में सालों तक भर्ती घोटालों का खुलासा ही नहीं होता था। कभी गड़बड़ी सामने भी आई, तो जांच ही पूरी नहीं होती थी। कई भर्तियां इन विवादों में ही सालों तक अटकी रहती थी। 2002 में हुए पटवारी भर्ती घोटाले के बाद 2016 तक भर्ती ही नहीं हुई।
पुष्कर धामी सरकार में नकल का चार दिन के भीतर ही खुलासा करने के बाद तत्काल बाद ही 12 फरवरी 2023 को ही एक महीने बाद भर्ती परीक्षा की नई तारीख तय कर दी गई है। ऐसा कर धामी सरकार ने युवाओं में विश्वास कायम कर दिया है।
सीएम धामी ने भी सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में दो टूक साफ किया की गंदगी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर इसी तरह प्रहार किया जाएगा। भर्ती परीक्षाओं में नकल को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता को बरकरार रखा जाएगा। नियमित रूप से भर्ती परीक्षाओं का आयोजन भी जारी रखा जाएगा।