पॉवर सेक्टर में भर्ती के अलग अलग मानक, यूजेवीएनएल में बीटेक में 55 प्रतिशत पर भर्ती, यूपीसीएल में चाहिए बीटेक में 65 प्रतिशत अंक, शासन के निर्देशों के बाद भी नियम, मानकों में नहीं लाई जा रही है एक समानता
देहरादून।
आपके यदि बीटेक में 55 प्रतिशत नंबर हैं, तो आप उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड में तो भर्ती को फॉर्म भर सकते हैं। 55 प्रतिशत अंक के साथ आप ऊर्जा निगम में आवेदन नहीं कर सकते। क्योंकि पॉवर सेक्टर में भर्ती के अलग अलग मानक हैं। यूजेवीएनएल में बीटेक में 55 प्रतिशत अंक के साथ आवेदन किया जा सकता है। तो यूपीसीएल में 65 प्रतिशत अंक और पिटकुल के लिए 60 प्रतिशत अंक चाहिए।
ये स्थिति तब है, जबकि 24 मार्च 2017 को तीनों निगमों की संयुक्त बैठक में तय हुआ था कि भर्ती के तय मानकों में एक समानता लाई जाएगी। असिस्टेंट इंजीनियर पद पर मानक 60 प्रतिशत रखा जाएगा। पिटकुल में तो मानक 60 प्रतिशत हो गए, लेकिन बाकि दोनों निगमों में मानकों में अंतर है। इसके बाद भी निगमों ने अपने स्तर पर भर्ती मानकों में एक समानता लाने का प्रयास नहीं किया। इसका खामियाजा बेरोजगारों को भुगतना पड़ रहा है। इससे निगमों की मनमानी भी सामने आई है। बोर्ड के फैसलों पर अमल नहीं किया जा रहा है। नियम, मानकों का सरलीकरण नहीं किया जा रहा है।
युवाओं में मानकों पर असमंजस
इन दोहरे मानकों के कारण युवाओं में भी असमंजस की स्थिति रहती है। इसके कारण कई लोग मानक में न आने के बावजूद फॉर्म भर देते हैं। इसके कारण न सिर्फ फॉर्म रिजेक्ट हो रहा है। बल्कि पैसे का भी नुकसान हो रहा है।
भर्तियों पर हमेशा रहा है विवाद
पॉवर सेक्टर की भर्तियों पर हमेशा ही विवाद रहा है। कभी मानकों में दोहरे रवैये के कारण असंमजस पैदा हुआ। तो कभी एक ही सेंटर से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के पास होने की शिकायतें आईं। कभी पेपर होने के बाद कॉर्बन शीट नहीं दिए जाने का विवाद हुआ। इसके कारण हर बार भर्ती विवादों में ही रही। इन्हीं विवादों से बचने को इस बार भर्ती का जिम्मा पंतनगर विश्वविद्यालय को दिया गया है। ताकि भर्ती जल्द और पारदर्शी तरीके से हो सके।
मानकों में एकरुपता लाई जा रही है। बोर्ड से प्रस्ताव पास हो चुका है। रेगुलेशन में भी बदलाव को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चालू भर्ती इस बदलाव के कारण प्रभावित न हो और बेरोजगारों को और अधिक लंबा इंतजार न करना पड़े, इसके लिए भर्ती पुराने नियमों से ही जारी है। भविष्य के लिए तीनों निगमों में भर्ती के एक समान मानक तय किए जा रहे हैं।
राधिका झा, सचिव ऊर्जा