जूनियरों को दे दी प्रभारी व्यवस्था पर एक्सईएन की कमान, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने उठाए सवाल, जल निगम में घमासान
देहरादून।
जल निगम में प्रभारी व्यवस्था में जूनियर को चार्ज देने का विरोध जताया गया। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, पेयजल निगम के शीर्ष पदाधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक कर विरोध जताया।
बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि पेयजल निगम में अधिशासी अभियन्ता (सिविल) के कुल स्वीकृत 56 सामान्य एवं दो दिव्यांग श्रेणी समेत कुल 58 पदों के सापेक्ष प्रभारी नियुक्त किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। आदेशों में वरिष्ठता का पालन नहीं किया गया है। वरिष्ठ कार्मिकों को छोड़कर प्रभारी आदेश निर्गत किये गये हैं। दिव्यांग कोटे में सामान्य श्रेणी के समय न पूरा करने वालों की तैनाती कर दी गई है।
बैठक में संगठन के सदस्यों की भावना के अनुरूप नियमित डीपीसी एवं पदोन्नति न किए जाने पर भी विरोध जताया गया। जबकि सदस्यों की निरंतर सेवानिवृत्ति हो रही है। मई माह में पदोन्नति के पात्र एक सदस्य का स्वर्गवास भी हो गया है। इस सम्बन्ध में निरन्तर मंत्री एवं सचिव के निर्देश दिये जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
संगठन द्वारा निर्णय लिया गया कि तत्काल कार्यवाही नहीं होने की दशा में कार्यकारिणी, उच्चाधिकार समिति की बैठक बुलाकर आन्दोलन की घोषणा करना संगठन की बाध्यता रहेगी। बैठक में इंजीनियर रामकुमार अध्यक्ष, अरविन्द कुमार चतुर्वेदी संरक्षक, अरविन्द सजवाण वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अजय बैलवाल महासचिव, आरके सिंह, नीटू सिंह, भजन सिंह चौहान, अरविन्द सैनी आदि उपस्थित थे।