डोईवाला से भी चुनाव लड़ सकते हैं तीरथ, चौबट्टाखाल से महाराज की न के बाद डोईवाला सीट हो सकता है विकल्प
देहरादून।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विधानसभा के विधिवत सदस्य किस विधानसभा सीट से बनेंगे, ये आने वाले समय में तय होगा। हालांकि संभावना यही जताई जा रही थी कि पौड़ी की चौबट्टाखाल या देहरादून की डोईवाला सीट से वे विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। चौबट्टाखाल से विधायक सतपाल महाराज के दो टूक सीट न छोड़ने की बात कहने के बाद अब डोईवाला सीट का विकल्प बचता है। उनके स्थान पर गढ़वाल संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का जिम्मा त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिल सकता है।
ऐसा तभी मुमकिन होगा, जब त्रिवेंद्र सिंह रावत डोईवाला सीट से चुनाव लड़ने को लेकर तीरथ सिंह रावत को हां कहते हैं। ऐसा भी मुमकिन है कि केंद्रीय आलाकमान की ओर से ही सीधे किसी भी नेता के लिए सीट खाली करने का फरमान आए। ऐसा होने पर तो किसी को भी अपनी सीट सीएम के लिए छोड़नी पड़ सकती है।
तीरथ रावत पूर्व में भी चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 2017 में उनके स्थान पर सतपाल महाराज को चौबट्टाखाल सीट से चुनाव लड़ाया गया। तब तीरथ रावत को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी देकर मनाया गया। एक विकल्प डोईवाला विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ने का है। यहां से विधायक निवर्तमान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को गढ़वाल संसदीय सीट का चुनाव लड़ा कर इस सीट से सांसद बना कर भेजा जा सकता है। विधानसभा सीट खाली होने पर तीरथ सिंह रावत इस सीट से चुनाव लड़ विधानसभा पहुंच सकते हैं।
एक तीसरा विकल्प सल्ट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का भी रहेगा। विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद सल्ट सीट खाली है। इस सीट पर उपचुनाव भी जल्द होना है। ऐसे में इस सीट से भी चुनाव लड़ तीरथ रावत विधानसभा आ सकते हैं। क्योंकि चौबट्टाखाल विधानसभा सीट का एक हिस्सा सल्ट से भी सटा हुआ है। सल्ट से सटा हुआ रामनगर क्षेत्र भी गढ़वाल संसदीय सीट का हिस्सा रहा है।