ईएसआई में भी मिलेगा कोरोना का इलाज, विभाग ने घोषणा के एक सप्ताह बाद जाकर किया आदेश, अब प्राइवेट अस्पतालों में भी हो सकेगा मजदूरों का कोरोना का इलाज
देहरादून।
ईएसआई से जुड़े श्रमिकों को प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना का इलाज मिलेगा। इसका लाभ पौने सात लाख श्रमिकों समेत कुल 30 लाख परिजनों को भी मिलेगा। ईएसआई निदेशक की ओर से इस सम्बन्ध में विधिवत आदेश जारी कर दिया है।
श्रम मंत्री हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में 18 मई को हुई बैठक में घोषणा हुई थी कि श्रमिक और उनके परिजनों को कोरोना का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी मिलेगा। इसके बाद अब जाकर इस घोषणा का विधिवत आदेश जाकर हो पाया है। अब श्रमिक सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज करा सकेंगे। मेडिकल बिलों की प्रतिपूर्ति कर सकेंगे।
केंद्र सरकार ने इस योजना को पहले ही लागू कर दिया था। राज्य स्तर पर इसे लागू नहीं किया गया था। इस पर श्रमिक संगठनों के साथ उद्योग जगत ने भी नाराजगी जताई गई थी। इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने सरकार को भेजे पत्र में कहा भी था कि इस योजना में केंद्र से सहयोग मिलना है। केंद्र के नोटिफिकेशन को राज्य में लागू कर श्रमिकों को लाभ मिलना है। इसके बाद भी इसे लागू करने में देरी की जा रही है। इसके बाद सरकार स्तर पर हलचल शुरू हुई।
योजना को लागू किए जाने को विधिवत आदेश कर दिए गए हैं। कोरोना बीमारी को अन्य बीमारियों के साथ इलाज के लिए शामिल कर दिया गया है। अब प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना का इलाज हो सकेगा। श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा।
प्रशांत आर्य, निदेशक ईएसआई