सीएम त्रिवेंद्र का पलायन रोकने पर फोकस, आयोग में पांच नए सदस्य नामित
देहरादून।
उत्तराखंड में ग्राम्य विकास और पलायन आयोग में सरकार ने बृहस्पतिवार को पांच सदस्य नामित किए हैं। नामित सदस्यों में श्री रामप्रकाश पैन्यूली टिहरी गढ़वाल, श्री सुरेश सुयाल रानीखेत अल्मोड़ा, श्री दिनेश रावत घण्डियाल पौडी गढ़वाल, श्री अनिल सिंह शाही अल्मोड़ा एवं श्रीमती रंजना रावत भीरी रूद्रप्रयाग शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग में सदस्यों के नामित किये जाने से आयोग को अपने कार्यो को बेहतर ढ़ंग से संचालन में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से पलायन को रोकना हमारे लिये बड़ी चुनौती रही है। इसके लिये व्यापक स्तर पर स्वरोजगार परक विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है। बड़ी संख्या में राज्य के युवा इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आये हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुताबिक इससे पलायन आयोग बेहतर तरीके से काम कर पाएगा।
कोरोना काल से पहले प्रदेश में पलायन आयोग का फोकस रिवर्स पलायन पर था। लॉकडाउन के दौरान तीन लाख से अधिक प्रवासी वापस लौटे तो आयोग के लिए प्रवासियों को रोके रखना भी महत्वपूर्ण हो गया। इसी बीच कोरोना का एक सबक और मिला। प्रदेश सरकार ने महसूस किया कि ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना जरूरी है।
दरअसल, पलायन आयोग प्रदेश सरकार के इस दूसरे एजेंडे पर भी फोकस किए हुए है। यही वजह है कि आयोग की ओर से रिवर्स पलायन पर भी रिपोर्ट तैयार की गई और कृृषि सहित अन्य विभागों से भी लगातार बात की जा रही है। मुख्यमंत्री के मुताबिक पांच सदस्य नामित होने से आयोग अब बेहतर तरीके से काम कर पाएगा। राज्य में स्वरोजगार योजनाओं को लागू किया जा रहा है और इससे मदद मिलेगी। बागेश्वर की रिपोर्ट तैयार, जल्द होगी जारी
आयोग की ओर से पलायन पर जिला स्तर की रिपोर्ट भी जारी की जा रही हैं। अब तक पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग सहित करीब छह से अधिक जिलों की रिपोर्ट जारी की जा चुकी है। आयोग के मुताबिक अब बागेश्वर की रिपोर्ट तैयार है और जल्द ही जारी की जाएगी।