राज्य में पहली बार भर्ती माफिया की तोड़ी गई कमर, ये सीएम पुष्कर धामी के राज में ही संभव, राज्य के लिए अपनों को भी निशाने पर लेने से नहीं किया परहेज, दो दर्जन से ज्यादा सलाखों के पीछे
राज्य में सालों से भर्ती माफिया युवाओं के सपनों, उनकी मेहनत को कुचलने का काम कर रहे हैं। 22 साल के उत्तराखंड में ये पहला मौका है, जो यूवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाले भर्ती माफिया पर किसी ने शिकंजा कसा हो। ये मुमकिन हो पाया है, युवा हृदय सम्राट सीएम पुष्कर सिंह धामी के सख्त तेवरों का कारण।
राज्य में ये पहला मौका है, जब भर्ती गड़बड़ी से जुड़े किसी मामले में दो दर्जन से अधिक आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए हों। हर नए दिन कोई न कोई जेल जा रहा है। ऐसा इसीलिए मुमकिन हो पाया है, जब सीएम पुष्कर धामी ने एसटीएफ को पूरी छूट दी है। दो टूक शब्दों में साफ किया है की जांच के दायरे में जो भी पकड़ में आए, उसे बक्शा न जाए। कितना भी बड़ा नाम हो, कितना भी प्रभावशाली हो, उसे उसकी असल जगह जेल पहुंचाया जाए। सीएम के इन्हीं सख्त तेवरों के कारण प्रभावशाली हाकम सिंह समेत उसकी पूरी टीम आज जेल में है।
सीएम ने साफ कर दिया है की अब राज्य में किसी होनहार का हक छिनने नहीं दिया जाएगा। भर्तियों का एक फुल प्रूफ प्लान बनाया जाएगा। आरोपी कितना भी बड़ा, असरदार क्यों न हो, उसे उसकी असल जगह जेल भेजा जाएगा। युवाओं को अपने युवा सीएम पर पूरा भरोसा है। इस भरोसे पर पुष्कर खरे भी उतरे हैं।