एलटी भर्ती में फाइन आर्ट वाले छात्रों के पक्ष में आए पूर्व सीएम हरीश रावत, आज करेंगे उपवास, भर्ती में मौका देने के साथ ही उम्र में भी पांच साल छूट दे सरकार
देहरादून।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एलटी की भर्ती प्रक्रिया में फाइन आर्ट और चित्रकला से एमए करने वाले छात्रों को मौका देने की मांग पूर्व सीएम हरीश रावत ने उठाई। सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी कर बताया कि फाइन आर्ट और एमए चित्रकला से जो छात्र उत्तीर्ण हैं, उन्हें एलटी भर्ती के लिए पात्र माना जाता था। पूर्व की परीक्षाओं में भी इन्हें पात्र माना गया। मौजूद समय में जो भर्ती हो रही है, उनमें इन नौजवानों को पात्रता से बाहर कर दिया गया है। क्योंकि ये बीएड उत्तीर्ण नहीं हैं।
कहा कि पूर्व में ऐसे बच्चों की बात उठाई जा चुकी है, जो ओवर ऐज हो चुके हैं। मगर एलटी या दूसरी टीईटी की परीक्षा में आयु सीमा रोकने के कारण वो इसमें शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इसमें ऐसे बच्चों का कोई दोष नहीं है, क्योंकि 2016-17 में जो भर्तियां निकली थी, तब से कोई भर्ती ही नहीं निकली है। ऐसे यदि उनकी उम्र आज ज्यादा हो गई है तो उसमें उनका दोष नहीं है। जब आपने भर्तियां नहीं निकाली, तो उनको अवसर ही नहीं मिल पाया। इसीलिए सरकार से आग्रह किया गया था कि उम्र में शिथिलता देते हुए पांच साल बढ़ाए जाएं। यही राहत जो कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राएं हैं, उन्हें भी दी जाए। बावजूद इसके सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। गुरुवार को ऐसे बच्चों के समर्थन में सुबह आठ बजे अपने आवास पर एक घंटे के मौन उपवास पर रहूंगा। इसके बाद हल्द्वानी को प्रस्थान करुंगा।