देवस्थानम बोर्ड को तत्काल भंग करे सरकार
धाम तीर्थ पुरोहितों व विराट हिंदुस्तान संगम की आवश्यक बैठक में बनी रणनीति
देहरादून।
चार धाम तीर्थ पुरोहितों व विराट हिंदुस्तान संगम ने देवस्थानम बोर्ड को तत्काल भंग किये जाने की मांग की। इसके लिए बैठक कर रणनीति बनाई गई।
सुरेश सेमवाल ने बैठक की अध्यक्षता और संचालन डा बृजेश सती ने किया। बैठक में देवस्थानम बोर्ड को तुरंत भंग करने की मांग राज्य सरकार से की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्दी एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल डॉ सुब्रमण्यम स्वामी से मुलाकात कर ताजा घटनाक्रम से अवगत कराएगा । गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड हमारे ऊपर थोपा है, उसको बिना समय गवाएं सरकार को वापस लेना चाहिए । जिससे कि आगामी यात्रा काल की तैयारियां की जा सके। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री के देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार संबंधी निर्णय का स्वागत करते हैं । डॉ सुब्रमण्यम स्वामी की विराट हिंदुस्तान संगम के उत्तराखंड राज्य इकाई के राज्य अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने इस एक्ट के बनने के बाद से ही विरोध करते रहे । डॉ स्वामी ने नैनीताल उच्च न्यायालय में भी एक्ट को भंग करने का याचिका दायर की थी और वर्तमान में 17 सितंबर 2020 को उच्चतम न्यायालय में देवस्थानम एक्ट को समाप्त करने की याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस एक्ट को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहां कि तीर्थ पुरोहितों और विराट हिंदुस्तान संगम का एक प्रतिनिधिमंडल जल्दी ही डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी से मिलकर पूरी स्थिति से अवगत कराएगा । बैठक में डॉक्टर बृजेश सती , अनुरुद उनियाल, उमेश सती, प्रवीन ध्यानी, डॉक्टर राजीव शर्मा,डा मुकेश थवलानिया, विकास विखेरा आदि उपस्थित थे।