देहरादून।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को हरदा ने दिखाया आईंना, बोले भर्ती घोटाला सामने आने पर क्यों नहीं की कार्रवाई, कार्रवाई की होती, तो आज धामी की धूम नहीं हो रही होती, आयोग को ही खत्म करने के बयान पर बोले दरवाजे की चौखट से सर टकराने पर घर नहीं गिराए जाते
पूर्व सीएम हरीश रावत ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत पर करारा हमला बोला है। उन्हें आईंना दिखाते हुए बताया कि यदि त्रिवेंद्र समय रहते भर्ती घोटाले पर कार्रवाई करते, आज इस तरह हर जगह सीएम पुष्कर धामी की धूम नहीं हो रही होती। त्रिवेंद्र की खिंचाई करते हुए सवाल किया कि क्यों जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद भी कार्रवाई नहीं की।
त्रिवेंद्र रावत ने एक दिन पहले ही बयान दिया था कि अधीनस्थ चयन सेवा आयोग बनाने के पीछे मंशा ही सही नहीं थी। त्रिवेंद्र को इस बयान के लिए हरीश रावत ने बुधवार को आड़े हाथ लिया। कहा कि त्रिवेंद्र को समझ आते आते बहुत देर हो गई है। जब कांग्रेस सरकार ने 2017 में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती की जांच की। इसके बाद आपकी सरकार के मंत्री ने विधानसभा के पटल पर स्वीकार किया था कि जांच में गड़बड़ियां पाई गई हैं। जांच रिपोर्ट शासन को मिल चुकी है। यदि उसी समय इतना गुस्सा दिखाया होता तो आज फिर धामी की धूम नहीं होती। क्यों उसी समय एक्शन लेने की हिम्मत नहीं दिखाई।
कहा कि दरवाजे की चौखट पर सर टकराने से घर नहीं गिराए जाते। विधानसभा में भर्तियों में धांधलियां हुई तो विधानसभा भवन ही गिरा देंगे क्या। एक बेहतर व्यस्थाएं बनाने को संस्थाएं खड़ी की गई हैं। यदि संस्थाओं का दुरुपयोग हुआ है तो उसे रोकने को मजबूत कदम उठाए जाएं। संस्थाएं तोड़ने से काम नहीं चलेगा। यदि हमने मेडिकल और उच्च शिक्षा का वॉक इन भर्ती बोर्ड नहीं बनाए होते तो आज डॉक्टर्स और उच्च शिक्षा में टीचर्स की बड़ी कमी होती। कहा कि यदि गुस्सा दिखाना ही है तो अपनी पार्टी के लोगों को दिखाइए। क्योंकि जितने भी घोटालेबाज सामने आए हैं, उनका कोई न कोई संबंध भाजपा से है। विधानसभा भर्ती, यदि घोटाला है तो उसकी शुरुआत से ही है। जरूरत गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की है।