आईएएस नीरज खैरवाल की नई पहल, राजस्व वसूली, बिजली चोरी न रुकने पर अब यूपीसीएल में एमडी, निदेशक, मुख्य अभियंता का भी कटेगा वेतन, यूपीसीएल यूनियनों की चेतावनी को एमडी यूपीसीएल ने सिरे से किया खारिज, कर्मचारी संगठनों के साथ वार्ता में एमडी की कर्मचारी नेता ओं को दो टूक सख्त हिदायत
देहरादून।
राजस्व वसूली न होने, बिजली चोरी न रुकने पर ऊर्जा निगम में इंजीनियरों के वेतन से कटौती के आदेश वापस लेने से एमडी यूपीसीएल डा. नीरज खैरवाल ने दो टूक मना कर दिया है। उन्होंने साफ किया कि आदेश वापस नहीं होंगे। उल्टा ऐलान किया कि अब मुख्य अभियंता, निदेशक समेत स्वयं एमडी के वेतन से भी कटौती होगी।
वेतन कटौती के आदेश से नाराज जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन और पॉवर इंजीनियर एसोसिएशन के प्रतिनिधि अलग अलग एमडी यूपीसीएल से मिले। दोनों संगठनों ने आदेश का विरोध किया। आदेश को पूरी तरह अव्यवहारिक करार दिया। साफ किया कि जब फील्ड में पर्याप्त संख्या में इंजीनियर ही नहीं हैं। तो ऐसे में कैसे शत प्रतिशत राजस्व वसूली सुनिश्चित होगी। इस पर एमडी ने साफ किया कि वेतन कटौती के आदेशों की व्यवहारिकता को जरूर जांचा जाएगा। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। जिसमें यूनियन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। डिवीजन, सब डिवीजनवार लक्ष्यों का निर्धारण होगा।
एमडी ने बैठक में साफ किया कि राजस्व वसूली शत प्रतिशत करने, बिजली चोरी, लाइन लॉस रोकने को लेकर उठाए गए इन कदमों को वापस नहीं लिया जाएगा। बल्कि अब निदेशक, मुख्य अभियंता समेत स्वयं वे भी अपना वेतन कटवाएंगे। बैठक में पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन अध्यक्ष कार्तिकेय दुबे, महासचिव अमित रंजन, वाईएस तोमर, अनिल मिश्रा, जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष जेसी पंत, महासचिव संदीप शर्मा, संरक्षक जीएन कोठियाल, बब्लू सिंह आदि मौजूद रहे।