बिना होमवर्क हो रहे आईएएस, पीसीएस अफसरों के तबादले, बार बार किरकिरी करा रहा कार्मिक विभाग, आईएएस वंदना सिंह का एक पखवाड़े में तीसरी बार तबादला
देहरादून।
आईएएस और पीसीएस अफसरों के तबादले कार्मिक बिना किसी मजबूत होमवर्क के कर रहा है। इसके कारण आए दिन तबादला आदेश धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं। अफसर या तो ज्वाइन नहीं करते, या फिर चंद दिनों में ही संशोधन कराने में सफल हो रहे हैं। ऐसा बिना सोच विचार के तबादले करने से हो रहा है। यही वजह है, जो एक पखवाड़े के भीतर आईएएस वंदना सिंह का तीसरी बार तबादला करना पड़ा है। कार्मिक विभाग एक के बाद एक किए जा रहे तबादला आदेश चर्चाओं में है।
जल जीवन मिशन की बैठक में देरी से ज्वाइन करने पर उन्हें पांच नवंबर को डीएम रुद्रप्रयाग के पद से तत्काल हटा कर अपर मुख्य सचिव कार्मिक कार्यालय में अटैच कर दिया गया। किसी आईएएस अफसर को इस तरह अटैच किए जाने का मामला आज तक सामने नहीं आया। सिर्फ निलंबन के बाद ही अफसर शासन में अटैच हुए। पोस्टिंग न मिलने पर बाध्य प्रतिक्षा में जरूर रखे जाते रहे हैं। ऐसे में वंदना सिंह को अटैच किए जाने के फैसले को सरकार की नाराजगी और सख्ती के रूप में देखा गया।
एक सप्ताह बाद कार्मिक विभाग ने वंदना सिंह को एमडी केएमवीएन के साथ ही नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण की भी जिम्मेदारी दी। हालांकि उन्होंने इस पद पर ज्वाइन नहीं किया। इस आदेश के ठीक छह दिन बाद 18 नवंबर को कार्मिक विभाग ने एक और संशोधन आदेश करते हुए वंदना सिंह को अपर सचिव ग्राम्य विकास के पद पर तैनाती दे दी है। कार्मिक विभाग के आदेशों पर अमल न होने पीछे कार्मिक विभाग के कमजोर होमवर्क को भी बड़ी वजह माना जा रहा है। पिछले लंबे समय से कार्मिक विभाग के तबादला आदेशों पर सरकार की किरकिरी होती रही है।