अवैध निर्माण: प्रमुख वन संरक्षक पर गाज, कई अधिकारियों के तबादले
देहरादून।
उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में नियम विरुद्ध निर्माण के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इनमें प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी सहित कुल 34 अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। राज्य में ऐसा पहली बार हुआ कि जब किसी प्रमुख वन संरक्षक को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटाकर दूसरी जगह भेज दिया गया। उन्हें जैव विविधता बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। यही नहीं निर्माण के मामले में आरोपी उप वन संरक्षक किशन चंद को वर्तमान तैनाती प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभार लैंसडौन से प्रभार से अवमुक्त करते हुए प्रमुख वन संरक्षक देहरादून के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया। शासन की ओर से सभी 34 आइएफएस के तबादला आदेश सचिव विजय कुमार की ओर से जारी किए गए हैं। बताते चले कि कार्बेट नेशनल पार्क में बेहताशा निर्माण कार्यों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इस पर दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से एक टीम बनाई गई और जांच कराई गई। जांच में अवैध निर्माण की पुष्टि हुई। फिर नैनीताल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी को तलब किया। जिसके बाद सरकार ने इतनी बड़ी कार्रवाई अफसरों के खिलाफ की।