आईएमए की सुरक्षा हुई पुख्ता, जाम से मिलेगी निजात, रक्षा मंत्री ने अंडरपास का किया शिलान्यास, पौने दो साल का दिया लक्ष्य
देहरादून।
भारतीय सैन्य अकादमी की सुरक्षा को और पुख्ता करते हुए सोमवार को बड़ी पहल हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो अंडरपास का शिलान्यास किया। आईएमए परिसर में 44.21 करोड़ लागत से 354.45 मीटर और 407.34 मीटर लम्बे दो अंडरपास पौने दो साल के भीतर बन कर तैयार होंगे। इन अंडरपास से सिर्फ राजधानी के लोगों, बल्कि हिमाचल, विकासनगर जाने वाले लोगों को भी जाम से बड़ी राहत मिलेगी।
दिल्ली से वर्चुअल शिलान्यास करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएमए जैसे विश्वसनीय, विश्वस्तरीय संस्थान को दो अंडरपास को इतना लंबा इंतजार करना पड़ा, ये एक बड़ी विडंबना है। कहा कि दिसम्बर में आईएमए पासिंग आउट परेड में उन्होंने स्वीकृति दी थी। अब यदि दो साल के बजाय पौने दो साल में ये अंडर पास बनकर तैयार हो जाएंगे तो वे इनके उद्घाटन के लिए भी आकर काम करने वालों को सम्मानित करेंगे।
आईएमए परिसर में मौजूद सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि आईएमए से तैयार होने वाले जांबाज योद्धाओं ने अपनी वीरता और पराक्रम से देश की सुरक्षा एवं सम्मान को अक्षुण्ण बनाए रखा है। इस महान उद्देश्य को प्राप्त करने को कठोर प्रशिक्षण की जरूरत है। प्रशिक्षण के लिए संसाधनों व सुविधाओं का होना भी उतना ही जरूरी है। कहा कि इस अंडरपास से लोगों को भी बड़ी सुविधा होगी।
आईएमए के समादेशक लेफ्टिनेंट जनरल जयवीर सिंह नेगी ने कहा कि ये अंडरपपास आईएमए के तीन परिसरों नार्थ, सेन्ट्रल व साउथ की सुरक्षा दृष्टि से भी बेहद अहम साबित होंगे। नार्थ, सैन्ट्रल तथा साउथ क्षेत्र आपस में जुड़ जाएगा। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल केके खन्ना, मेजर जनरल आर एस ठाकुर, ब्रिगेडियर सुजीत नारायण, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी मौजूद रहे।