कोरोना को देखते हुए चार धाम में यात्रियों की संख्या होगी तय, मास्क पहनना और दो गज की दूरी के मानक का करना होगा पालन, केंद्र और राज्य सरकार की तय गाइड लाइन का पालन पर रहेगा जोर
देहरादून।
कोरोना को देखते हुए इस बार भी चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या को निर्धारित किया जाएगा। धामों में श्रद्धालुओं की कैरिंग कैपेसिटी को तय किया जाएगा। पूर्व की व्यवस्थाओं की तरह चार धाम यात्रा संचालन होगा। कोविड नियमों का सख्ती के साथ पालन कराया जाएगा।
विधानसभा में मीडिया से बातचीत में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चार धाम यात्रा में केंद्र और राज्य सरकार की कोविड गाइड लाइन का पूरी सख्ती के साथ पालन कराया जाएगा। इसके लिए श्रद्धालुओं को तय मानकों का पालन करना होगा। सामाजिक दूरी के तय मानक के साथ ही मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा।
कहा कि पूर्व में भी चारों धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन के लिहाज से तय की गई थी। उसे व्यवस्थाओं को देखते हुए फिर तय किया जाएगा। पिछली बार सरकार ने पहले बदरीनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 1200 श्रद्धालु, केदारनाथ 800, गंगोत्री 600, यमुनोत्री 450 श्रद्धालु संख्या तय की थी। इसे बाद में बढ़ा कर बदरीनाथ 3000, केदारनाथ के लिए 3000, गंगोत्री 900, यमुनोत्री 700 कर दी गई थी।
कोविड मानकों को ध्यान में रख चार धाम यात्रा का आयोजन होगा। इसके लिए पूरी तैयारियां की जा रही हैं। श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित रहेगी। वो कैरिंग कैपेसिटी के लिहाज से तय की जाएगी।
सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री