रुद्रप्रयाग /देहरादून
श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को खाद्य सामग्री में किसी प्रकार की कोई मिलावट न हो इसके दृष्टिगत जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निरंतर चैकिंग अभियान चलाते हुए मिलावट करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
अभिहीत अधिकारी मनोज कुमार सेमवाल ने अवगत कराया है कि स्वास्थ्य मंत्री एवं जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आज यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों, बाजारों, पर्यटक स्थलोें में मिलावट की रोकथाम व आम उपभोक्ताओं को खाद्य सुरक्षा के बारे में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान हेतु चरणबद्ध तरीके से प्रवर्तन जन जागरूकता हेतु मुख्यालय से उच्च अधिकारियों की भी तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि आज जनपद रुद्रप्रयाग में उपायुक्त मुख्यालय जीसी कंडवाल खाद्य सुरक्षा अधिकारी पवन कुमार एवं विजिलेंस एफडीए से श्र.नि. जगदीश रतूड़ी, सेजय नेगी व योगेंद्र द्वारा यात्रा मार्ग स्थित चोपता, बनियाकुंड, दुगलबिट्टा, सारी, ऊखीमठ, कुंड, सैमी, गुप्तकाशी, भैंसारी, नारायणकोटी, फाटा, सीतापुर, सोनप्रयाग, भीरी, विजयनगर, चंद्रापुरी, अगस्त्यमुनि, तिलवाड़ा व रुद्रप्रयाग में संचालित प्रतिष्ठानों जिनमें मुख्यतः होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों, कैम्प/रिसोर्ट तथा थोक फुटकर विक्रेता शामिल हैं का निरीक्षण कर बिना लाईसेंस/पंजीकरण के 08 व्यापारियों को नोटिस निर्गत किया गया।
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय अभियान के दौरान जनपद यात्रा मार्ग पर कुल 75 प्रतिष्ठानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया तथा कारोबारकर्ताओं को लाईसेंस, फूड सेफ्टी, डिस्प्ले बोर्ड को अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने हेतु निर्देशित किया गया तथा अस्वास्थ्यकर दशा में रखे गए खाद्य सामग्री व उचित भंडारण व्यवस्था बनाए जाने हेतु खाद्य कारोबारकर्ताओं को जानकारी प्रदान करते हुए खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप व्यवस्था व रख रखाव हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने बताया कि उक्त अभियान में विभिन्न खाद्य सामग्री के कुल 09 नमूने जांच हेतु संग्रहित किए गए तथा जांच हेतु राजकीय विश्लेषणशाला को भेज दिए जाएंगे तथा जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने अवगत कराया है कि उक्त के अतिरिक्त 5 दिवसीय अभियान में ऐसे खाद्य करोबारकर्ता जिनके प्रतिष्ठान में खाद्य तेल में विभिन्न खाद्य सामग्री तैयार किए जाते हैं उन्हें तेल के बार-बार इस्तेमाल किए जाने से उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही उन्हें ईट राइट इंडिया के तहत संचालित नवाचार आरयूसीओ (रिप्रपज ऑफ यूज्ड कूकिंग आॅयल) से जोड़ने हेतु प्रेरित करते हुए होटल व्यवसायियों को इस योजना से जोड़ा गया।
नोडल अधिकारी/उपायुक्त मुख्यालय जीसी कंडवाल द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त पहल का चरणबद्ध तरीके से राज्य में क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मैदानी जनपदों के अतिरिक्त चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित जनपदों में भी इसका प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अभिहीत अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।