सिंचाई मंत्री बोले, मानसून से पहले हो बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सिंचाई मंत्री ने की बाढ़ सुरक्षा उपायों की समीक्षा, महाराज ने अधिकारियों को चेताया 

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सिंचाई मंत्री बोले, मानसून से पहले हो बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सिंचाई मंत्री ने की बाढ़ सुरक्षा उपायों की समीक्षा, महाराज ने अधिकारियों को चेताया

देहरादून।

सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बाढ़ सुरक्षा उपायों को लेकर समीक्षा बैठक में बोलते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। बताया कि मानसून से पूर्व बांधों एवं जलाशयों का समुचित प्रबंधन करने के साथ-साथ सभी जनपदों में बाढ़ सुरक्षा उपायों को समय रहते पूरा किया जाए।
पर्यटन विकास परिषद के सभागार में हुई वर्चुअल बैठक में इंजीनियरों ने बताया कि जिलों में बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं और शेष कार्यों को भी समय पर पूरा कर लिया जाएगा। सिंचाई मंत्री ने मानसून आने से पूर्व बांधों एवं जलाशयों के प्रबंधन के साथ-साथ नदी एवं नालों पर भी नजर रखें। कहा कि ड्रोन के माध्यम से नदियों के बहाव का पता लगाया जा सकता है। नदियों में अतिरिक्त मलबे को हटाने पर विशेष रूप से काम होना चाहिए ताकि भूमि कटाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में नालियों में फंसा कूड़ा शहर में पानी भराव का एक बड़ा कारण है। इसलिए मानसून आने से पूर्व उनकी सफाई होना भी अति आवश्यक है।
कहा कि जिलों में नगर पालिका और नगर निगम को नालियों की सफाई के लिए लिखें। बरसात में सबसे ज्यादा नुकसान हरिद्वार जनपद में होता है। इसलिए जनपद हरिद्वार में बाढ़ व भूमि कटाव से ग्रसित गांव कलसिया, डुमनपुर, बालावाली, गिध्छावाली मंसूरपुर, गंगदासपुर, शिवपुरी, महाराजापुर खुर्द, रामपुर रायघटी, कबुलपुरी राजघटी, चंद्रपुरी बांगर, चंद्पुरी खादर, नाईवाला, दल्लावाला में बाढ़ सुरक्षा उपायों का पुख्ता इंतजाम होना चाहिए।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों से संभावित बाढ़ ग्रस्त स्थानों के चिन्हीकरण किए स्थानों की जानकारी लेने के साथ साथ उन स्थानों पर सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बाढ़ सुरक्षा हेतु अति शीघ्र जिला स्तरीय समितियों का गठन करने के अलावा बाढ़ सुरक्षा हेतु स्थापित नियंत्रण कक्ष तथा नियुक्त नोडल अधिकारी का नाम एवं दूरभाष नंबर सार्वजनिक करने की भी बात कही। महाराज ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा की इस समय पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है। इसलिए इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि अधिकारी जनता की बात सुने और समस्याओं का मौके पर ही समाधान करें। विभाग में एक नई कार्य संस्कृति विकसित करें और जनता की हर संभव मदद करें। बैठक में सिंचाई सचिव एसए मुरूगेशन, प्रमुख अभियंता सिंचाई मुकेश मोहन, संयुक्त सचिव जेएल शर्मा, मुख्य अभियंता स्तर वन दिनेश चंद्रा, मुख्य अभियंता जयपाल आदि मौजूद रहे।

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