जल जीवन मिशन, पेरी अर्बन, नाबार्ड से बजट में इंतजाम, ग्रामीण, शहरी दोनों स्तर पर योजनाओं की व्यवस्था, 14943 ग्रामीण बस्तियों तक पहुंचेंगा पानी
देहरादून।
पेयजल योजनाओं को लेकर भी बजट में विशेष फोकस किया गया है। न सिर्फ शहरी क्षेत्र, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी कई घोषणाएं और वित्तीय व्यवस्था की गई है।
राज्य में हर घर नल से जल के लिए जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में 667.76 करोड़, पेरी अर्बन प्रोजेक्ट के लिए 328 करोड़ की व्यवस्था बजट में की गई है। ग्रामीण पेयजल योजनाओं के लिए नाबार्ड से 180 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया। जल जीवन मिशन पर सरकार का विशेष फोकस है। इसमें 2021 दिसंबर तक अधिकतर जिलों में पानी पहुंचाया जाना है। साढ़े 14 लाख कुल घरों में से अभी तक साढ़े छह लाख घरों में कनेक्शन पहुंचाए जा चुके हैं। अकेले वर्ष 2020 में ही साढ़े तीन लाख के करीब कनेक्शन दिए चुके हैं।
राज्य में अभी भी 14943 ग्रामीण बस्तियों में पेयजल की पूर्ण सुविधा नहीं है। कुल 38667 बस्तियों में से 23715 बस्तियों में ही पेयजल सुविधा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। शेष में पेयजल का संकट बना हुआ है। नौ बस्तियां जल गुणवत्ता प्रभावित है। जल जीवन मिशन में भी राज्य के 14.61 लाख घरों तक पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। साढ़े छह लाख घरों में पेयजल उपलब्ध कराया जा चुका है। करीब पौने चार लाख घरों में तो इसी साल पेयजल उपलब्ध कराया गया। प्रति परिवार ग्रामीण क्षेत्रों में 55 लीटर प्रति व्यक्ति की दर से पानी देना है। सबसे बड़ी दिक्कत 14943 बस्तियों तक पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना बना हुआ है। पहले चरण में स्वजल प्रोजेक्ट में पानी उपलब्ध कराया गया। अब जल जीवन मिशन में पानी पहुंचाया जा रहा है। यहां दिक्कत उन क्षेत्रों में आ रही है, जहां पेयजल के लिए योजनाएं और स्रोत तक नहीं हैं।
नमामि गंगे से शहरों का सिस्टम
नमामि गंगे सीवरेज सिस्टम के अंतर्गत राज्य के 15 नगरों में गंगा नदी की स्वच्छता एवं प्रदूषण की रोकथाम को स्वीकृत 893.07 करोड़ की 19 योजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें 16 योजनाओं में 129.17 एमएलडी क्षमता के नये सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण पूरा कर लिया गया है।