उत्तराखंड की पौराणिक रामलीलाओं को नई पहचान दिलाने की तैयारी में महाराज, पर्यटन मंत्री ने रामलीलाओं पर डाक टिकट जारी करने को केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
उत्तराखंड की पौराणिक रामलीलाओं को नई पहचान दिलाने की तैयारी में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज जुट गए हैं। पर्यटन मंत्री ने सदियों पुरानी पौराणिक रामलीलाओं पर डाक टिकट जारी करने को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखा है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि राज्य में कई रामलीलाओं का पौराणिक इतिहास है। चमोली जिले के डिम्मर गांव में करीब 102 साल से, पौड़ी के सुमाड़ी गांव में करीब 140 साल से और अल्मोड़ा में करीब 150 साल से रामलीलाओं को मंचन हो रहा है। महाराज के अनुसार कुमाऊं की डेढ़ सौ साल पुरानी रामलीला को यूनेस्को ने दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का दर्जा भी दिया है। ऐसे में इनके संरक्षण के लिए डाक टिकट जारी होने चाहिए। राज्य के अलग अलग जिलों में होने वाली सौ से डेढ़ सौ साल पुरानी रामलीलाओं के मंचन पर डाक टिकट जारी करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर उन्हेांने डाक टिकट जारी करने को कहा है।