डॉप्लर रडार की भूमिका पर महाराज ने उठाए सवाल, निदेशक मौसम विज्ञान केंद्र से मांगी रडारों की क्रियाशीलता की जानकारी
देहरादून।
राज्य में डॉप्लर रडार की भूमिका पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने इनकी रडारों की क्रियाशीलता को लेकर निदेशक मौसम विज्ञान केंद्र से जानकारी मांगी है।
महाराज ने कुछ दिन पहले उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग और बुधवार को कैंची धाम में बादल फटने की घटना पर दुख जताया। कहा कि बादल फटने जैसी घटनाओं को देखते हुए प्रतीत होता है कि ये रडार क्रियाशील नहीं है। क्योंकि ये रडार लगाए ही इसीलिए गए हैं कि ताकि बादल फटने जैसी घटनाओं की पूर्व से जानकारी मिल सके। जो नहीं मिल पा रही है। इन घटनाओं को देखते हुए पर्यटन मंत्री ने निदेशक मौसम विज्ञान केन्द्र देहरादून को पत्र लिखकर निर्देशित करते हुए कहा कि रडारों की क्रियाशीलता से अवगत कराना सुनिश्चित करें।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में लगाए गए डॉप्लर रडार की इन घटना की सूचना और संबंधित विभाग की सूचना को संकलन करके व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार की ओर से कार्य किया जाएगा। जिससे प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। बादल फटने की घटना पर दुख जताते हुए पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि कैंची धाम के घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम राहत बचाव का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री का संकल्प है कि आपदा से प्रभावित लोगों को कम से कम समय में राहत पहुंचाई जाए। इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार की ओर से रेस्क्यू टीम को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है। जिससे राहत और बचाव का कार्य तेजी से किया जा सके।