देहरादून।
कांग्रेस ने विधायक महेश नेगी प्रकरण में विधायक की बजाय महिला की घेरेबंदी पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता गरिमा दसौनी ने पीड़ित महिला के खिलाफ ही चार्जशीट दिए जाने पर सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि सारे सबूत और गवाह इस बात की पुष्टि कर चुके है कि महेश नेगी ने युवती का शोषण किया। ऐसे में न भाजपा संगठन और न ही पुलिस प्रशासन ने विधायक के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई की। विधायक पर कोई भी कार्रवाई न होना, भाजपा के असली चाल चरित्र चेहरे को बेनकाब करता है। उन्होंने भाजपा नेताओं की इस मामले में साधी जा रही चुप्पी पर सवाल उठाए। कहा कि पीड़ित महिला के बार बार डीएनए टेस्ट कराने की मांग की लगातार अनदेखी की गई। विधायक को न तो अभी तक बतौर विधानसभा सदस्य के रूप में बर्खास्त किया गया। न ही भाजपा प्रदेश संगठन ने कोई कार्रवाई की। पुलिस प्रशासन इस मामले में पहले ही दिन से दबाव में है। सरकार की विश्वसनीयता भी संदेह के घेरे में है। उन्होंने सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे पर भी सवाल उठाए। कहा कि ये पहला मौका नहीं है, जब भाजपा से जुड़े नेताओं का नाम महिला उत्पीड़न में सामने आया हो और उन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हुई हो। इससे पहले भी संगठन महामंत्री जैसे अहम पद पर बैठे नेता के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।