पुरानी पेंशन का मसला कांग्रेस ने उठाया सदन में, उपनेता प्रतिपक्ष करन महरा बोले, कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दे सरकार, नई पेंशन स्कीम को बताया कर्मचारियों के साथ मजाक, कर्मचारियों ने जताया आभार
देहरादून।
कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने की मांग उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने सदन में उठाई। उन्होंने नई पेंशन योजना को कर्मचारियों के साथ मजाक बताया। कहा कि 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए।
विधानसभा में कर्मचारियों की समस्या को रखते हुए करन माहरा ने कहा कि एक दिन के लिए भी विधायक, सांसद रहने वालों को भी जीवन भर पेंशन का लाभ मिलता है। ऐसे में अपने जीवन के 35 साल सरकारी सेवा में देने वाले कर्मचारियों को क्यों पुरानी पेंशन योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। कहा कि नई पेंशन योजना के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। जो लोग लंबी सेवा के बाद रिटायर हुए हैं, उन्हें महज एक हजार से लेकर 1500 रुपये महीना पेंशन मिल रही है। जो कर्मचारियों के साथ मजाक है। जिस उम्र में कर्मचारियों को सबसे अधिक आर्थिक, सामाजिक सुरक्षा की जरूरत होती है, उसी समय उसे पूरी तरह खाली हाथ कर दिया जा रहा है। तत्काल नई पेंशन योजना को समाप्त किया जाए।
संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने जवाब में कहा कि सरकार की भी कर्मचारी संगठनों से बात हो चुकी है। इसी क्रम में सरकार ने कर्मचारी संगठनों की भावनाओं और मांगों से केंद्र सरकार को अवगत करा दिया है। दोबारा फिर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की कर्मचारियों की मांग से केंद्र सरकार को राज्य सरकार अवगत करा देगी।
कर्मचारियों ने जताया उपनेता प्रतिपक्ष का आभार
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के पदाधिकारियों ने विधानसभा में पुरानी पेंशन का मसला उठाने पर उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा का आभार जताया। अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली और महामंत्री मुकेश रतूड़ी ने बताया कि पूर्व में संगठन की ओर से उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा से भी समर्थन मांगा गया था। उन्हें अपनी पीड़ा बताई गई थी। उन्होंने इस मसले को उचित मंच पर उठाने का आश्वासन दिया था। कहा कि विधानसभा में पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में मुद्दा उठा कर उन्होंने कर्मचारियों की मांग को उठाने का काम किया है। इसके लिए सभी कर्मचारी उनके आभारी हैं।