फिर प्रबंधन के मनाने पर माने बिजली कर्मचारी, एकबार फिर आश्वासन पर आंदोलन टाला, उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा अब नहीं करेगा गेट मीटिंग
देहरादून।
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने प्रस्तावित गेट मीटिंग का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। मोर्चा के प्रतिनिधियों की निगम प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में मिले आश्वासन पर आंदोलन स्थगित किया गया।
ऊर्जा भवन में हुई बैठक में मोर्चा पदाधिकारियों ने एक सिरे से अपनी सभी पुरानी लंबित मांगों को निगम प्रबंधन के सामने रखा। बताया कि दिसंबर 2017 को तय समझौते के अनुरूप आज तक पुरानी एसीपी 9, 5, 5 वर्ष का लाभ अभी तक नहीं मिला है। कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के तहत 10,20, 39 वर्ष की पुरानी व्यवस्था के कारण आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
कर्मचारियों को जीपीएफ का लाभ नहीं दिया जा रहा है। पुरानी पेंशन को लागू नहीं किया जा रहा है। भत्तों का रिवीजन तक नहीं हो रहा है। यूपीसीएल में टीजी टू से जेई के पद पर प्रमोशन लटके हुए हैं। लंबे समय से निगम प्रबंधन प्रक्रिया ही तय नहीं कर पा रहा है। काम के बोझ को कम करने को नई भर्ती की जाए। लंबित प्रमोशन समय पर किए जाएं। उपनल कर्मचारियों का नियमितीकरण और नियमितीकरण होने तक समान काम का समान वेतन दिया जाए। कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों पर शासन स्तर पर गंभीरता से विचार चल रहा है। जल्द सभी मांगों का निस्तारण कराया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में संयोजक इंसारुल हक, कार्तिकेय दुबे, अमित रंजन, अनिल मिश्रा, केहर सिंह, राकेश शर्मा, विनोद कवि, विनोद ध्यानी, डीसी ध्यानी आदि मौजूद रहे।