पेंशनर्स को नहीं मिल रहा वन रैंक, वन पेंशन का लाभ, उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन सेवानिवृत्त प्रकोष्ठ ने उठाई आवाज
देहरादून।
उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन सेवानिवृत्त प्रकोष्ठ ने यूपीसीएल में सभी पेंशनर्स को वन रैंक, वन पेंशन का लाभ न मिलने का मसला उठाया। प्रबंधन पर प्रक्रिया को उलझाने का आरोप लगाया।
सेवानिवृत्त प्रकोष्ठ की माजरा स्थित कार्यालय में हुई बैठक में अध्यक्ष जीएन कोठियाल ने कहा कि शासन ने एक अक्तूबर 2020 को किए शासनादेश में 31 दिसंबर 2015 तक रिटायर और दिवगंत कार्मिकों के आश्रितों को वन रैंक, वन पेंशन का लाभ देने की स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसके बाद भी अधिकांश रिटायर जूनियर इंजीनियर और आश्रितों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। खंड कार्यालयों से पेंशन पुनरीक्षण प्रकरण ऊर्जा भवन नहीं भेजे जा रहे हैं। जो भेजे भी जा रहे हैं, वे आधे अधूरे भेजे जा रहे हैं। इसका खामियाजा रिटायर इंजीनियरों और उनके आश्रितों को भुगतना पड़ रहा है।
इसके साथ ही बिजली का फिक्स चार्ज सेवारत कर्मचारियों के वेतन से काटा जा रहा है। जबकि पेंशनर्स से जमा कराया जा रहा है। इसके लिए पेंशनर्स को सब स्टेशन आकर बिल जमा कराना पड़ रहा है। जबकि पहले यही शुल्क चिकित्सा भत्ते से काट लिया जाता था। इस वजह से कई बार कई कई महीने का शुल्क जमा नहीं हो पा रहा है। इसके लिए पूर्व की व्यवस्था को बहाल किया जाए। बैठक में अध्यक्ष जीएन कोठियाल, संरक्षण कर्ण सिंह, आरके जैन, डीएस गौड, एसके जैन, एमएम लाल, एके स्वामी, सतीश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।