पेंशनर्स ने सचिव पेयजल को गिनाईं समस्याएं, लंबित भुगतान के साथ ही समय पर पेंशन देने को लेकर बनाया दबाव
उत्तराखंड पेयजल पेंशनर्स एसोसिएशन ने सचिव पेयजल नितेश झा के साथ वार्ता में एक सिरे से पेंशनर्स की समस्याएं गिनाईं। बताया कि पेंशनर्स की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। शासन, प्रबंधन स्तर पर मांगों का निस्तारण नहीं हो रहा है। उन्हें लटकाया जा रहा है। सचिव पेयजल ने सभी मांगों के निस्तारण का आश्वासन दिया।
एसोसिएशन के संयोजक दिनेश भंडारी के नेतृत्व में पेंशनर्स ने सचिव पेयजल को बताया कि हर महीने समय पर पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे पेंशनर्स को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। इसी के साथ चिकित्सा प्रतिपूर्ति, ग्रेच्युटी, अवकाश नगदीकरण, महंगाई राहत के बकाया का भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2016 के बकाया एरियर का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक जनवरी 2016 से पूर्व रिटायर पेंशनर्स और पारिवारिक पेंशनर्स की पेंशन संशोधित की जाए। बोर्ड में हुए मंजूर हुए प्रस्ताव को शासन स्तर पर परीक्षण कर जल्द मंजूरी दी जाए।
नवंबर 2000 से नवंबर 2002 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों को पेयजल निगम का ही कर्मचारी घोषित किया जाए। जल निगम के पेंशनर्स को जल्द गोल्डन कार्ड योजना का लाभ दिया जाए। वार्ता में तय हुआ कि मुख्यालय स्तर पर पेंशन सेल का गठन किया जाएगा। जो पेंशनर्स की समस्याओं का समाधान करेगा। वार्ता में सचिव पेयजल नितेश झा, एमडी उदयराज, संयोजक दिनेश भंडारी, पीके शुक्ला, आरके कांबोज, ईश्वरपाल शर्मा, मनमोहन सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।