तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ शुरू किया आंदोलन, धामों में काली पट्टी बांध जताया विरोध, बोर्ड भंग करने की है मांग, सरकार पर तत्काल बोर्ड भंग करने को लेकर बनाया जा रहा दबाव
देहरादून।
देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। बोर्ड को लेकर सरकार के भीतर से आ रहे अलग अलग बयानों को लेकर भी तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है। मुख्यमंत्री तीरथ रावत कह चुके हैं कि वे इस मसले पर पुर्नविचार करेंगे। इसके बाद भी बोर्ड को लेकर कोई फैसला न होने पर शुक्रवार से विरोध प्रदर्शन चारों धामों में शुरू कर दिया गया है। तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज ने काली पट्टी बांध विरोध जताया।
तीर्थ पुरोहितों ने चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के प्रवक्ता बृजेश सती ने बताया कि चारों धामों में विरोध दर्ज कराया गया। ये विरोध सरकार के फैसलों को लेकर है। जिसमें बार बार अलग अलग बात की जा रही है। जब सीएम देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार की बात कर चुके हैं। तो क्यों अभी तक बोर्ड को भंग नहीं किया जा रहा है। क्यों इस दिशा में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई जा रही है। क्यों भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। इसी भ्रम की स्थिति से तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है। इसी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया गया है। सभी धामों में पूजा अर्चना तो हुई, लेकिन काला मास्क पहन कर और काली पट्टी बांध कर। इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जब तक सरकार देवस्थानम बोर्ड भंग कर पूर्व की स्थिति बहाल नहीं कर देती, आंदोलन जारी रहेगा।
सभी धामों में पंचायतें अपने अपने स्तर से विरोध दर्ज करा रही है। विरोध देवस्थानम बोर्ड को लेकर किया जा रहा है। इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार को हर हाल में इसे वापस लेना ही होगा।
हरीश डिमरी, महामंत्री चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत