पॉवर जूनियर इंजीनियरों ने एसीपी की पुरानी व्यवस्था बहाल करने को बनाया दबाव, सीएम से मिल कर रखा अपना पक्ष, मांगा 4800 ग्रेड पे
देहरादून।
उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने सीएम त्रिवेंद्र रावत से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन की मांगों के तत्काल निस्तारण की मांग की। दिसंबर 2017 में शासन स्तर से हुए एसीपी की पूर्व व्यवस्था लागू करने के वादे को पूरा करने का आश्वासन याद दिलाया।
एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव जेसी पंत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि एसीपी का लाभ 9, 14 और 19 वर्ष में दिया जाए। इसके लिए सातवें वेतनमान से पूर्व की व्यवस्था को लागू किया जाए। ताकि कर्मचारियों को हर महीने चार से चालीस हजार रुपये महीने का आर्थिक नुकसान बंद हो। जूनियर इंजीनियर को एक जनवरी 2006 से पुनरीक्षित वेतनमान में ग्रेड वेतन 4800 रुपये का लाभ दिया जाए।
जूनियर इंजीनियर से असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर प्रमोशन कोटा 58.33 प्रतिशत किया जाए। 30 सितंबर 2005 तक सेवा में आ चुके कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन और जीपीएफ की सुविधा का लाभ दिया जाए। कहा कि पूर्व में कई बार शासन स्तर से आश्वासन दिए गए, लेकिन कोई भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। तत्काल सभी मांगों का निस्तारण किया जाए। एसोसिएशन ने मृतक आश्रित कोटे में कम्प्यूटर साइंस से तीन वर्षीय डिप्लोमा धारक रवि सकलानी की श्रमिक पद पर नियुक्ति का विरोध किया। कहा कि प्रबंधन का ये कदम पूरी तरह संवेदनहीनता और पक्षपातपूर्ण है। तत्काल उनकी तैनाती तकनीकी श्रेणी दो के पद पर की जाए। ज्ञापन देने वालों में महासचिव जेसी पंत, अध्यक्ष रविंद्र सैनी, महासचिव पवन रावत, आनंद सिंह रावत, विकास नेगी आदि मौजूद रहे।