जल निगम, जल संस्थान में प्रमोशन, एक्सईएन, एसई, जीएम के पदों पर हुए प्रमोशन, मुख्य अभियंता के पदों पर ऐन वक्त पर रुकी डीपीसी, डीपीसी तो हुई, वरिष्ठता का विवाद जारी
देहरादून।
पेयजल निगम और जल संस्थान में खाली पदों पर प्रमोशन को डीपीसी कर दी गई है। विधिवत प्रमोशन आदेश जल्द जारी होने की संभावना है। एक्सईएन, एसई, जीएम के पदों पर डीपीसी की गई है।
जल संस्थान में दो जीएम और 11 अधिशासी अभियंता के पदों पर डीपीसी की गई है। लंबे समय से ये डीपीसी विभिन्न कारणों से टलती चली आ रही थी। इन पदों पर डीपीसी हो गई है। जल निगम में अधीक्षण अभियंता के 11 पदों के लिए डीपीसी की गई। ऐन मौके पर अधीक्षण अभियंता से मुख्य अभियंता के पदों के लिए डीपीसी रोक दी गई है। इसे लेकर दिन भर चर्चाओं का दौर जारी रहा।
जल संस्थान में सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता पद पर डीपीसी तो कर दी गई है। लेकिन वरिष्ठता का विवाद जारी है। विवाद 2011 में जल संस्थान में हुई सहायक अभियंताओं की भर्ती को लेकर है। 2011 में सहायक अभियंता भर्ती हुए। इस दौरान मेरिट में न आने के कारण कुछ इंजीनियर भर्ती नहीं हो पाए। इसी भर्ती में महिला कोटे की अधिकतर सीटें खाली रह गईं थीं। बाद में हाईकोर्ट के निर्णय पर इन छूटे हुए लोगों की भर्ती महिला कोटे में हुई। हालांकि इस दौरान ज्वाइन करते करते वर्ष 2013 आ गया। अब यही लोग अपनी वरिष्ठता वर्ष 2011 से चाह रहा है। शासन इसे लेकर असमंजस में है। क्योंकि लोक सेवा आयोग की मेरिट लिस्ट इनका नाम नहीं था। और जब 2011 में किसी ने ज्वाइन ही नहीं किया, तो उसे किस आधार पर 2011 से वरिष्ठता मिले। हालांकि जिन लोगों ने बाद में ज्वाइन किया है, उनके नंबर पुराने 2011 वालों से अधिक है। इसी आधार पर वे वरिष्ठता का लाभ मांग रहे हैं।