ट्रैकिंग को आने वाले पर्यटकों को मिलेगी बड़ी राहत, एनओसी को न काटने होंगे चक्कर, सिंगल विंडो सिस्टम होगा तैयार, एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी राष्ट्रीय और राज्य की एसोसिएशनों के लिए जाएंगे सुझाव 

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ट्रैकिंग को आने वाले पर्यटकों को मिलेगी बड़ी राहत, एनओसी को न काटने होंगे चक्कर, सिंगल विंडो सिस्टम होगा तैयार, एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी राष्ट्रीय और राज्य की एसोसिएशनों के लिए जाएंगे सुझाव

देहरादून।

राज्य में ट्रैकिंग को बढ़ावा देने और एनओसी को लेकर पेश आने वाली दिक्कतों को दूर किया जाएगा। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया जाएगा। वन विभाग के साथ मिल कर पूरी पॉलिसी तैयार की जाएगी। इसमें इंडियन माउंटेनिंग फाउंडेशन, एडवेंचर टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एडवेंचर टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अहम सुझाव लिए जाएंगे।
अभी राज्य में ट्रैकिंग सेक्टर पूरी तरह बिखरा हुआ है। ट्रैकिंग के लिए आने वाले एडवेंचर टूरिज्म से जुड़े पर्यटकों को तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वन क्षेत्र में ट्रैकिंग के लिए वन विभाग से मंजूरी लेने के साथ ही शुल्क जमा कराने को धक्के खाने पड़ते हैं। टैंट, टूरिस्ट गाइड समेत तमाम व्यवस्थाओं के लिए भटकना होता है। इन तमाम दिक्कतों को सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से हल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए अगले सप्ताह प्रमुख सचिव वन की अध्यक्षता में एक अहम बैठक होने जा रही है। इसमें एडवेंचर टूरिज्म सेक्टर से जुड़ी एजेंसियां भी भाग लेंगी। प्लान इस तरह का तैयार होगा, ताकि पर्यटकों को सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें।
राज्य में अधिकतर ट्रैकिंग रूट वन क्षेत्रों में हैं। यहां ट्रैकिंग के लिए पर्यटकों को शुल्क चुकाना होता है। इस शुल्क को भुगतान करने की व्यवस्था को आसान बनाने के साथ ही शुल्क कम किए जाने पर भी जल्द फैसला लिया जाएगा। ट्रैकिंग के लिहाज से गैरसैंण सर्किट को भी विकसित किया जा रहा है। इसके लिए सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने गैरसैंण सर्किट की रिपोर्ट मंगाई है। सचिव पर्यटन ने बताया कि गैरसैंण सर्किट में दूधातोली ट्रैक, बेनिताल ट्रैक को विकसित किया जा सकता है। रिपोर्ट आने पर आगे तैयारी शुरू की जाएगी।
दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन के अनुसार ट्रैकिंग को पूरी तरह व्यवस्थित किया जाएगा। अभी पर्यटकों को तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना होता है। एनओसी लेने से लेकर तमाम तरह की व्यवस्थाओं के लिए अलग अलग जगह भटकना होता है। इन तमाम दिक्कतों को दूर करने को सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया जाएगा। एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी एसोसिएशनों के सुझाव भी लिए जाएंगे।

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