ऑफिस से नहीं, फील्ड में करें योजनाओं की समीक्षा, सचिव पेयजल ने जल जीवन मिशन में तेजी लाने के दिए निर्देश
जल जीवन मिशन योजना की समीक्षा करते हुए सचिव पेयजल नितेश झा ने अफसरों को साफ किया कि योजनाओं की समीक्षा ऑफिस से नहीं, बल्कि फील्ड में जाकर करें। जल जीवन मिशन में तेजी लाई जाए।
विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं के निर्माण से पहले धरातल पर जाकर ठोस सर्वे किया जाए। जहां जरूरत हो, वहीं के लिए योजनाएं तैयार की जाएं। कहीं भी योजनाओं में डुप्लीकेसी न हो। इसके लिए सर्वे का काम बेहद गंभीरता के साथ पूरा किया जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। स्रोत का चयन सही तरीके से किया जाए।
योजनाओं की डीपीआर समय पर तैयार की जाए। उन्हें जल्द से जल्द मंजूर कराया जाए। योजनाएं मंजूर होने के बाद उनका काम तेजी के साथ कराया जाए। इस पूरी प्रक्रिया की समीक्षा अफसर सिर्फ अपने ऑफिसों में ही बैठ कर न करें। बल्कि इसके लिए फील्ड में जाकर निरीक्षण किया जाए। ग्राउंड की सही रिपोर्ट ली जाए। इसके लिए नियमित रूप से फील्ड विजिट की जाए। रिपोर्ट शासन को भी उपलब्ध कराई जाए। सचिव ने कुमाऊं मंडल में कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
पौड़ी से निरीक्षण शुरू करेंगी सीजीएम
सीजीएम जल संस्थान नीलिमा गर्ग पौड़ी जिले से जल जीवन मिशन की समीक्षा शुरू करेंगी। उन्होंने बताया कि सभी डिवीजनों को जल जीवन मिशन का काम तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। डिवीजनों के कार्यों के निरीक्षण को वे स्वयं जिलों में जाकर निरीक्षण करेंगी।