स्टाफ नर्स की भर्ती में अनुभव को भी किया जाए शामिल, पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम तीरथ को लिखा पत्र, कहा वैटेज दे सरकार, इंजीनियरिंग सर्विस के खाली पदों पर की जाए एक साथ भर्ती
देहरादून।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम तीरथ रावत को एनएचएम कर्मचारियों के समर्थन में पत्र लिखा। कहा कि उनकी मांगों को माना जाए। स्टाफ नर्स की भर्ती में अनुभव को वैटेज दिया जाए। इंजीनियरिंग सर्विस के खाली पदों पर एक साथ भर्ती की जाए।
सोशल मीडिया पर संदेश और सीएम को भेजे पत्र के माध्यम से पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि एनएचएम के कर्मचारियों की कुछ मांगों को हमारी सरकार ने मान लिया था। मेरे साथ अधिकारियों की बैठक में एक अंडरस्टैंडिंग बन गई थी। शासनादेश निकालने के आदेश कर दिये गये थे। शासनादेश निकलते-निकलते चुनाव आ गये, अब कुछ और मांग हैं। जिनमें कोरोनाकाल के लिए बीमाकृत होने की मांग भी सम्मिलित है, उसको लेकर के आगे आये हैं। उन्होंने कहा है कि यदि मांगे न मानी गई, तो वो काम बंद कर देंगें। मैंने भी उनसे आग्रह किया है कि वो मुख्यमंत्री पर भरोसा करें। सीएम उन्हें वार्ता के लिए बुलाएं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वो हमारे बड़े महत्वपूर्ण अंग हैं। उनसे वार्ता करें, और जो आप कर सकते हैं, उन मांगों को पूरा कीजिए।
कहा कि जितनी भी नियुक्तियां स्टाफ नर्स आदि की निकल रही हैं, उसमें पुराना अनुभव को ध्यान में रखा जाए। आज सारी परीक्षाएं वर्चुअल होनी हैं। पुराने लोग इतने टेक्नोसेवी नहीं हैं, उनकी तुलना में जो नये अभ्यर्थी हैं, वो ज्यादा टेक्नोसेवी हैं। मगर उन्होंने भी सरकार की ही गाइडेंस में ट्रेनिंग ली है और अलग-अलग स्थानों पर कोई उपनल कर्मी के रूप में, कोई किसी रूप में काम भी कर रहा है। उनके इस अनुभव का कोई वैटेज तो होना चाहिये। आप परीक्षाएं करवाइये और इन परीक्षाओं को टालते मत रहिये। ये एक प्रकार की जरूरी सर्विसेस है, जिनमें वैकेंसीज का रहना लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ होगा। क्योंकि अभी भी कोरोना संक्रमण की तीसरी व चौथी लहर की बात हो रही है।
डिप्लोमा इंजीनियर्स की एक साथ हो भर्ती
देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि डिप्लोमा होल्डर्स की भर्ती 2016 में हमने पब्लिक सर्विस कमीशन से की थी। उसके बाद से आज तक भर्तीयां नहीं निकल रही हैं। जबकि हर साल कुछ बच्चे पास होकर के आ रहे हैं। पद भी रिक्त हैं। पिछले दिनों जल संस्थान में कुछ पद निकले हैं तो ये टुकड़ों-टुकड़ों में निकलने के बजाय एक साथ लोनिवि, जल निगम, ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा, इनमें जहाँ भी पद रिक्त हैं, उन पदों को एक साथ निकाल दीजिए।