उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार ने सरकार की नीयत पर उठाए सवाल, समाज कल्याण की योजनाओं का लाभ न मिलने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
देहरादून।
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजकुमार ने सरकार पर समाज कल्याण की योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक न पहुंचाने का आरोप लगाया। सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ भी लोगों को समय पर नहीं मिल रहा है। उन्होंने इस मसले पर जल्द बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।
कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश में एससी वर्ग के साथ अपराध बढ़ रहे हैं। हाथरस कांड से एससी समाज दहशत में है। कई मामलों का खुलासा तक नहीं हुआ। ये सरकार की विफलता दर्शाता है। कहा कि छात्रवृत्ति घोटालें में शामिल कालेजों की मान्यता निरस्त की जाए। अभी तक कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए। कहा कि जल्द कार्रवाई हो। भाट, सिख जाति को अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी एससी में शामिल करने की मांग की। जो अभी ओबीसी में शामिल हैं। इस दिशा में जल्द कार्रवाई की मांग की।
समाज कल्याण विभाग से छात्रों को समय पर छात्रवृति न मिलने से उन्हें शिक्षण संस्थानों से निकाला जा रहा है। छात्रों का भविष्य अंधकारमय है। इसकी पूरी जिम्मेदारी विभाग की है। वर्ष 2019-2020 की अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जाति के छात्रों को भी छात्रवृति नहीं मिली है। प्राईमरी स्कूल में कक्षा एक से पांच तक 600 रुपये, कक्षा छह से आठ तक 900 रुपये प्रति वर्ष छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसे बढ़ाया जाए। वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन भी समय पर नहीं मिल रही है।
एससी और विधवा महिलाओं की पुत्रियों के विवाह को भी बजट जारी नहीं किया जा रहा है। बेरोजगारों को स्वरोजगार को दिए जाने वाले ऋण को बढ़ाया जाए। दिव्यांगजनों का आधार कार्ड न बनने से उन्हें पेंशन नहीं मिल पा रही है। इस दिक्कत को दूर किया जाए। मलिन बस्तियों में सामुदायिक भवन तक नहीं बन रहे हैं। छात्रावास बदहाल हैं। गुणवत्ता और प्रोटीन युक्त भोजन नहीं मिल रहा। छात्रवृत्तियां तक नहीं बांटी जा रही हैं। कहा कि पहले कांग्रेस सरकार विधवाओं को 50 हजार रूपए की आर्थिक साहयता देती थी। वर्तमान में यह योजना बन्द है। सिर्फ बीपीएल कार्ड धारकों को ही लाभ मिल रहा है। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, अमीचन्द सोनकर, अजय बेलवाल, डा. प्रतिभा सिंह मौजूद रहे।