कुंभ 2010 घपले के आरोपियों पर कसा शिकंजा, आरोपियों की फाइल पहुंची सीएस ऑफिस, आरोपी अफसरों के खिलाफ चार्जशीट जारी किए जाने की गई है संस्तुति, यूपीसीएल के ऑडिट में उठे थे सवाल, निदेशक की रिपोर्ट में हुई थी गड़बड़ियों की पुष्टि
देहरादून।
कुंभ मेला 2010 में ऊर्जा निगम के कार्यों को लेकर हुई जांच में आरोपी बताए गए अफसरों के खिलाफ अब जाकर कार्रवाई की फाइल पक कर तैयार हो पाई है। इन 11 सालों में हुए ऑडिट और तमाम जांचों में गड़बड़ियों की पुष्टि होने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। हर बार फाइल एक पटल से दूसरे पटल पर लटकी हुई थी। अब विधिवत कार्रवाई को फाइल मुख्य सचिव कार्यालय भेजी गई है।
कुंभ मेला 2010 में ऊर्जा निगम ने बिजली के तमाम कार्य कराए। इन कार्यों की गुणवत्ता से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक पर सवाल उठे थे। विभागीय ऑडिट में बड़े स्तर पर गड़बड़ियों की पुष्टि हुई। ऑडिट के जो पैरा बने, वो क्लीयर नहीं हो पाए। इसके बाद तत्कालीन निदेशक अनिल कुमार से जांच कराई गई। उन्होंने भी अपनी जांच में इन गड़बड़ियों की पुष्टि करते हुए चार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की। इसमें तीन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के रहे और एक वित्त विभाग से। इनमें एक अफसर तो रिटायर भी हो गए हैं। एक अगले महीने रिटायर होने वाले हैं। एक कुछ महीनों बाद।
ऐसे में इनके रिटायर होने से पहले इन तमाम अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। सूत्रों की माने तो फिलहाल चार्जशीट जारी किए जाने की तैयारी है। इसके लिए फाइल ऊर्जा विभाग से मुख्य सचिव कार्यालय भेज दी गई है। सचिव ऊर्जा राधिका झा ने महाप्रबंधक यूपीसीएल अनिल मित्तल से जुड़ी फाइल मुख्य सचिव कार्यालय को भेजे जाने की पुष्टि की। मुख्य सचिव कार्यालय को करीब एक महीने पहले भी यही फाइल भेजी गई थी। हालांकि कुछ बिंदुओं पर स्थिति स्पष्ट किए जाने को लेकर मुख्य सचिव कार्यालय से फाइल दोबारा सचिव ऊर्जा कार्यालय लौट आई थी।
दो एमडी की फाइल में भी आई तेजी
यूपीसीएल के पूर्व एमडी बीसीके मिश्रा और यूजेवीएनएल के पूर्व एमडी एसएन वर्मा के खिलाफ हुई जांच की रिपोर्ट भी शासन को मिल गई थी। बीसीके मिश्रा प्रकरण में हाईकोर्ट में पीआईएल भी दाखिल है। ऐसे में पीआईएल से जुड़े कुछ मसलों को लेकर शासन स्तर से स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। इन दोनों अफसरों की फाइल में भी अचानक तेजी आई है।