उत्तराखंड तक पहुंचा कोल संकट का असर, एनटीपीसी के प्लांटों से नहीं मिल रही बिजली, बाजार में बिजली के दाम पहुंचे आसमान पर
देहरादून।
कोयले के संकट का असर उत्तराखंड तक पहुंच गया है। कोयले से चलने वाले पॉवर प्लांट बंद हो रहे हैं। कुछ अपनी क्षमता से कम चल रहे हैं। ऐसे में इसका सीधा असर पॉवर सप्लाई सिस्टम पर पड़ने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही अब शहरी क्षेत्रों में भी पॉवर कट शुरू हो गए हैं।
बिजली उत्पादन का संकट इस समय चौतरफा है। कोयले के साथ ही गैस आधारित प्लांटों में भी बिजली का उत्पादन कम हो रहा है। केंद्रीय उपक्रमों से भी जो बिजली मिलती थी, वो भी बहुत कम हो गई है। ऐसे में अभी बिजली की मांग 41 मिलियन यूनिट की तुलना में बिजली 35 से 37 मिलियन यूनिट मिल रही है। ये चार से लेकर छह मिलियन यूनिट का गैप बड़ा संकट पैदा कर रहा है। इसका सीधा असर रोजमर्रा की बिजली सप्लाई पर पड़ने लगा है। अभी तक तो पॉवर कट सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही लग रहे थे, लेकिन कुछ दिनों से शहरी क्षेत्रो में भी दिन के समय पॉवर कट शुरू हो गए हैं।