धामी सरकार में आयुष्मान योजना का सिस्टम और किया गया पुख्ता, मरीज की संतुष्टि के बाद ही होगा अस्पतालों को भुगतान, इलाज के बाद अस्पताल के वाउचर पर पहले मरीज से कराने होंगे साइन, अस्पताल को बताना होगा कि इलाज पर कितना हुआ खर्च, कार्ड में बचे कितने पैसे
देहरादून।
अटल आयुष्मान योजना में अस्पतालों की मनमानी पर नकेल कसी जाएगी। अब योजना में अस्पतालों को मरीजों के इलाज का भुगतान तभी होगा, जब पहले मरीज बिल को वेरिफाई करेंगे। अस्पताल को मरीज को बताना होगा कि उसके इलाज पर कुल कितना खर्च हुआ। खर्च के बाद उसके आयुष्मान कार्ड में कितना पैसा बचा है। सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि योजना की पूरी व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जा रहा है।
अटल आयुष्मान योजना के चार साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये दुनिया की सबसे बड़ी योजना है, जिसमें पांच लाख तक का निशुल्क इलाज लोगों को मिल रहा है। पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने इस योजना पर विचार किया। 2014 के बाद देश में हर योजना गरीबों के लिए बनी। आयुष्मान, उज्जवला, शौचालय, जल जीवन मिशन, कोरोना में गरीब कल्याण योजना शुरू की। इसी तरह आयुष्मान भी जीवनदायिनी योजना है। कहा कि आयुष्मान में 207 पैथोलॉजी जांच भी होगी। निशुल्क कार्ड बन रहे हैं। अस्पतालों को तत्काल भुगतान हो रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि दो अक्तूबर से नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। मरीज अब इलाज के बाद खुद अपने वाउचर पर साइन करेंगे। अस्पतालों को इलाज खर्च का पूरा ब्यौरा देना होगा। इसके साथ ही शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनेंगे। आशाओं को गांव में कार्ड बनाने को लेकर लोगों को जागरुक करने का जिम्मा दिया जाएगा। बच्चों और बुजुर्गों के फिंगर प्रिंट को लेकर पेश आने वाली दिक्कत को दूर किया जाएगा। फोन से ही आईडी बनाई जाएगी। कार्ड बनाने में आरोग्य मित्र अहम भूमिका निभाएंगे। सभी की डिजीटल आईडी बनेगी। सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने कहा कि अब किसी को भी इलाज के लिए सिफारिश की जरूरत नहीं पड़ती। कैंसर, न्यूरो सर्जरी, ओपन हार्ट सर्जरी का भी इलाज आयुष्मान में हो रहा है। इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार, सीईओ अरुणेंद्र चौहान, आशुतोष सयाना आदि मौजूद रहे।
अब किसी को जमीन, जेवर नहीं बेचने पड़ते: सीएम
सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि पहले इलाज को लेकर लोगों को अपनी जमीन, जेवर बेचने पड़ती थी। मकान गिरवी रखवाना पड़ता था। जो आयुष्मान योजना लागू होने के बाद नहीं हो रहा है। अब सरकार पूरे इलाज का जिम्मा उठा रही है। कैंसर जैसी महंगी बीमारी का भी इलाज हो रहा है। आयुष्मान से लोगों को इस कठिन दौर से बाहर निकालने में मदद की।
देश भर में इलाज करा रहे लोग
सीईओ अरुणेंद्र चौहान ने कहा कि आयुष्मान योजना से देश भर में भी मरीज इलाज कर रहे हैं। केरल, बिहार, जम्मू कश्मीर, दादरा नगर हवेली तक इलाज कराया गया। 23542 मरीजों ने राज्य से बाहर इलाज कराया। प्रति दिन 800 मरीजों का इलाज हो रहा है। डेढ से दो करोड़ खर्च हो रहा है। 27560 मरीजों के गलत इलाज का बिल रोका गया। जो 99.85 करोड़ रहा। 46 अस्पतालों को पैनल से बाहर किया गया। एक को ब्लैक लिस्ट भी किया।