कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर फिर जोड़तोड़ तेज, सीएम बदलते ही बोर्ड प्रशासन में नये सिरे से बदलाव की तेज हुईं चर्चाएं, मौजूदा अध्यक्ष बोले सीएम के अधिकार क्षेत्र में है कुछ भी निर्णय लेना
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर नये सिरे से खींचतान शुरू हो गई है। बोर्ड प्रशासन में बदलाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
इन तमाम चर्चाओं के बीच मौजूदा बोर्ड अध्यक्ष शमेशर सिंह सत्याल ने साफ किया कि बोर्ड को लेकर कुछ भी निर्णय लेने का अधिकार मुख्यमंत्री को है। मुख्यमंत्री जो भी निर्णय करेंगे, उसी अनुरूप आगे देखा जाएगा। हालांकि सूत्रों की माने तो शासन में एकबार बोर्ड के नये सिरे से गठन को लेकर फाइल मूवमेंट आ गई थी, लेकिन कुछ तकनीकी पेचिदगियों के कारण मामला अधर में लटका हुआ है।
शासन ने कुछ समय पहले ही बोर्ड अध्यक्ष पद पर तीन साल पूरे होते ही श्रम मंत्री हरक सिंह रावत को हटा कर श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को चार्ज दिया था। सचिव पद पर भी दमयंती रावत को हटा कर श्रमायुक्त दीप्ति सिंह को जिम्मा दिया गया। सूत्रों के अनुसार सचिव पद पर श्रम विभाग की हरिद्वार में तैनात किसी महिला अधिकारी को सचिव पद का जिम्मा देने की तैयारी है। हालांकि फिलहाल इस मसले पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सचिव श्रम हरबंस चुघ ने बताया कि बोर्ड में फेरबदल को लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस सम्बन्ध में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं।
बोर्ड के सबसे अहम कर्मचारी का अटैचमेंट खत्म
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के सबसे अहम और खास कर्मचारी नवाब सिंह का कर्मकार बोर्ड से अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। मूल रूप से श्रम विभाग के कर्मचारी नवाब सिंह लंबे समय से बोर्ड में अटैच थे। बोर्ड के अधिकतर कार्यों में उनकी भूमिका को बेहद अहम माना गया है।
लंबित पड़ी हैं तमाम जांच
कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर तमाम जांच लंबित पड़ी हैं। कोटद्वार अस्पताल को 20 करोड़ देने की जांच पूरी हो गई थी। कई कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की संस्तुति भी की गई थी, लेकिन ऐन मौके पर कार्रवाई रोक दी गई है। अब एजी ऑफिस की ओर से की गई ऑडिट रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। ऑडिट में भी तमाम अनियमितताओं की ओर इशारा किया गया है। इसके साथ डीएम देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, यूएसनगर को श्रमिकों को बांटी गई साइकिलों की जांच को लेकर भी रिपोर्ट देनी है।