पर्यटन निगमों में हो कर्मचारियों का नियमितीकरण, पर्यटन मंत्री की आंदोलनरत पर्यटन कर्मचारियों के साथ वार्ता, जीएमवीएन, केएमवीएन के एकीकरण पर भी दिया गया जोर
देहरादून।
पर्यटन निगमों में कर्मचारियों के नियमितीकरण का मुद्दा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की बैठक में उठा। पर्यटन मंत्री ने जीएमवीएन केएमवीएन संयुक्त कर्मचारी महासंघ के साथ वार्ता की। वार्ता में प्रबंधन और शासन स्तर के अफसर मौजूद रहे। बैठक में दोनों निगमों के एकीकरण पर भी जोर दिया गया।
पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में हुई बैठक में महासंघ पदाधिकारियों ने कर्मचारियों के नियमितीकरण के मुद्दे को रखा। कहा कि लंबे समय से कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हुआ है। पूर्व में शासन स्तर से हुए आदेश का हवाला भी दिया। जिसमें साफ किया गया कि निगमों में नियमितीकरण अपने स्तर पर किया जा सकता है। उसमें शासन की मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं है। सचिव पर्यटन ने इसके परीक्षण कराने का आश्वासन दिया। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी नियमितीकरण की दिशा में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कहा कि दोनों निगमों का एकीकरण कर दिया जाए। कर्मचारियों के जो भी विषय हैं, उनका हल निकाल लिया जाएगा। महासंघ पदाधिकारियों ने कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिए जाने की भी मांग की। शासन स्तर पर लंबित खनन पट्टों की एनओसी न मिलने का भी मुद्दा उठाया। दोनों निगमों को 50-50 करोड़ का अनुदान देने की मांग की। इस पर पर्यटन मंत्री ने भी आश्वासन दिया। महासंघ ने अटल आयुष्मान का लाभ देने की मांग की। दोनों निगमों के ढांचे का पुनर्गठन किए जाने की मांग की गई। 78 कर्मचारियों के अग्रिम आदेश किए जाने के लंबित मसले के जल्द निस्तारण पर जोर दिया गया।
बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, एमडी जीएमवीएन स्वाति भदौरिया, महासंघ अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी, महासचिव आशीष उनियाल, राजेश रमोला, जोगेंद्र लाल, किशन पंवार, अजयकांत शर्मा, मनमोहन चौधरी, दिनेश चंद सांगुड़ी, गुमान सिंह, कंचन चंदोला, सुरेश पंवार आदि मौजूद रहे।